शाह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को चुनौती देते हुए कहा, गुनाहगारों का गिरेबान पकड़ो, आपसे नहीं होगा अखिलेश ...ना करना हो तो ना करो ....11 :मार्च: तारीख को भाजपा की सरकार बनेगी तो हम गायत्री प्रजापति को पाताल से भी ढूंढकर सलाखों के पीछे डाल देंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की पुलिस ने अखिलेश के खासम खास गायत्री के खिलाफ बुंदेलखंड की एक माता और बेटी के बलात्कार के आरोप पर एफआईआर नहीं दर्ज की। मां बेटी को उच्चतम न्यायालय जाना पड़ा और शीर्ष अदालत के आदेश पर प्राथमिकी दर्ज की गयी।
शाह ने कहा कि उसके बाद भी छह दिन तक गायत्री चुनाव प्रचार करते रहे और पुलिस ने उन्हें नहीं पकड़ा। गायत्री ने 27 फरवरी को वोट भी डाल दिया, तब भी नहीं पकड़ा। कहते हैं कि गायब हो गये, फिर कहते हैं कि सरेंडर :आत्मसमर्पण: करो। क्या सरेंडर की सलाह के लिए मुख्यमंत्री या पुलिस होती है? भाषा