भाजपा ने राहुल के इस बयान पर तंज कसते हुए कहा है कि जो पिछले साठ सालों से घोटाले कर रहे थे, वो आज भूकंप की बात कर रहे हैं।
नोटबंदी का देशभर में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा विरोध किया है। संसद के शीतकालीन सत्र अब खत्म होने पर है। ऐसे में नोटबंदी को लेकर सरकार पर हमला तेज हो गया है। यहां तक बार बार संसद की कार्यवाही स्थगित हो रही है। विपक्ष चाहता है कि इस मुद्दे पर बहस होने के बाद वोट किया जाए जिसे सरकार स्वीकार नहीं कर रही है।
हालांकि शुक्रवार को सुबह विपक्ष ने अपनी पिछली मांग को किनारे रखा जिसमें वह ज़ोर दे रही थी कि बहस के बाद वोट किया जाए। अब 'नो रूल' चर्चा को स्वीकार किया गया है जिसके तहत लोकसभा अध्ययक्ष सुमित्रा महाजन यह तय करेंगी कि निर्बाध चल रही चर्चा के बाद वोट करवाया जाए या नहीं।
संसद में कई विधेयक नोटबंदी पर हंगामे की वजह से अधर में लटके हुए हैं। जीएसटी भी ऐसा ही एक मामला है, सरकार इसे अप्रैल से शुरू करना चाहती है जिसके लिए कई प्रस्तावों को संसद के इस सत्र में मंजूरी की जरूरत है। लेकिन नोटबंदी के फैसले के बाद विपक्ष विधेयकों पर रुखापन बना ली है। कुछ राजनीतिक दल तो भारत के सबसे बड़े टैक्स सुधार माने जाने वाले जीएसटी से हाथ खींचने पर विचार कर रहे हैं।