बरखा शुक्ला ने कहा कि उन्होंने महिला कांग्रेस का पद छोड़ा है, पार्टी नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस महिला सुरक्षा का मुद्दा काफी जोर-शोर से उठाती है लेकिन उसकी कथनी और करनी में काफी अंतर है। एक साल पहले मेरे साथ बदतमीजी हुई थी जिसकी शिकायत मैंने सोनिया गांधी से भी की थी लेकिन उस पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई थी।
उन्होंने कहा कि हम मिलने गए थे और राहुल पार्टी में व्यस्त थे। टिकट बंटवारे पर उन्होंने कहा कि जब महिलाओं को टिकट देने की बारी आई तब उन्होंने इस मुद्दे को दरकिनार कर दिया। इस पर राहुल गांधी से मिलने गए थे लेकिन उनका चपरासी भी मिलने तक नहीं आया। 28 मार्च को राहुल गांधी से मिलने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहे।
उस दिन महिलाओं का व्रत था लेकिन राहुल गांधी उस रात एक होटल में पार्टी करने में व्यस्त थे। उन्होंने कहा कि अगर विनय कटियार जैसे लोग प्रियंका गांधी पर कमेंट करते हैं तो राहुल गांधी की ओर से हमें प्रदर्शन करने को कहा जाता है लेकिन जब हम पार्टी के अंदर किसी की शिकायत करते हैं तो सुनवाई नहीं होती है।