कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी विपक्षी एकजुटता की कवायद के तहत शुकवार को देश के कई प्रमुख विपक्षी नेताओं के साथ वर्चअल बैठक कर रही हैं। इसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार समेत 19 दलों के नेता मौजूद है। हालांकि, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने बैठक से दूरी बनाई हुई है जबकि आम आदमी पार्टी (आप) को न्योता नहीं दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, बैठक के बाद विपक्षी नेताओं का संयुक्त प्रस्ताव या बयान जारी किया जा सकता है।
बैठक का उद्देश्य संसद के हाल ही में संपन्न मॉनसून सत्र के बाद विपक्षी एकता को और मजबूत करना है। सोनिया गांधी देश के सामने खड़े प्रमुख मुद्दों पर विपक्षी दलों को साथ लेकर सरकार को घेरने की कोशिश में हैं और इसी प्रयास के तहत यह बैठक बुलाई गई है। विपक्षी दल राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने के वास्ते एकजुट होने के लिए प्रयासरत हैं ताकि अगले लोकसभा चुनाव में विपक्ष की ओर से कड़ी चुनौती पेश की जा सके।
हाल के संसद के मानसून सत्र के दौरान पेगासस जासूसी विवाद, किसान आंदोलन और महंगाई के मुद्दों पर सरकार के खिलाफ विपक्षी एकजुटता देखने को मिली। राहुल गांधी की उपस्थिति ने संसद के दोनों सदनों में विपक्ष को एकजुट करने के प्रयासों को और बढ़ावा दिया था। 9 अगस्त को कांग्रेस के दिग्गज नेता कपिल सिब्बल ने भी एक डिनर पार्टी रखी थी, जिसमें कई शीर्ष विपक्षी नेताओं ने हिस्सा लिया था।