अमित शाह ने रविवार को पार्टी की अन्य पिछड़ा वर्ग की बेंग्लुरू में आयोजित एक रैली में कहा, मित्रों, वे लोग आहत हैं जिनका काला धन पूरी तरह से बेकार हो गया। नोटबंदी कदम के चलते कांग्रेस नेता राहुल गांधी, ममता, अरविंद केजरीवाल की रातों की नींद उड़ गई है और उनके चेहरों की चमक भी चली गई है। उन्होंने कहा, सात नवंबर तक विपक्षी पार्टियां बसपा, सपा और कांग्रेस तथा ममता, केजरीवाल काला धन वापस लाने के लिए मोदीजी के कदम को लेकर सवाल उठाते थे लेकिन आठ नवंबर की आधीरात के बाद से उन्होंने अपने स्वर बदल दिए और यह पूछना शुरू कर दिया कि उन्होंने यह नोटबंदी क्यों किया। शाह ने नोटबंदी के खिलाफ आपस में हाथ मिलाने के लिए विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए कहा, बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है जब आप देखते हैं कि बीच में खड़े एक पेड़ पर एक चूहा, बिल्ली, नेवला और सांप सभी अपने को नीचे पानी के तेज बहाव से बचाने के लिए चढ़़ जाते हैं। दिलचस्प बात है कि नेवला और बिल्ली, सांप और चूहे को नहीं खा रहे हैं। उन सभी ने कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ मोदी की लड़ाई के विरोध में हाथ मिला लिए हैं।
शाह ने रैली में भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ मोदी के प्रयासों का समर्थन करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा, मैं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति इसके लिए आभार जताना चाहता हूं कि उन्होंने कालाधन और भ्रष्चार के खिललाफ प्रधानमंत्री मोदी के कदम का स्वागत किया है। शाह ने कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि सिद्धरमैया सरकार देश की सबसे भ्रष्ट सरकार है। उन्होंने राज्य के लोगों से आग्रह किया कि वे वर्तमान सरकार को उखाड़ फेंके और बी एस येदियुरप्पा के नेतृत्व में एक वर्तमान सरकार चुनें जो अपने पांच वर्ष के कार्यकाल में राज्य को शीर्ष राज्यों में से एक बना देगी।