इस बार मोदी कैबिनेट में केवल छह महिलाओं को ही जगह मिल पाई। इनमें तीन को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है जबकि तीन को राज्य मंत्री बनाया है। पिछली बार कैबिनेट में 10 महिलाओं को शामिल किया गया था।
मोदी के साथ 24 कैबिनेट मंत्रियों समेत कुल 57 मंत्रियों ने गुरुवार को पद और गोपनीयता की शपथ ली। इनमें जिन 6 महिलाओं को मंत्री बनाया गया है, जिनमें निर्मला सीतारमण, हरसिमरत कौर, स्मृति ईरानी, साध्वी निरंजन ज्योति, रेणुका सिंह सारुता और देबाश्री चौधरी शामिल हैं। निर्मला सीतारमण, हरसिमरत कौर और स्मृति ईरानी को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है, जबकि साध्वी निरंजन ज्योति, रेणुका सिंह सारुता और देबाश्री चौधरी को राज्यमंत्री बनाया गया है।
इन्हें बनाया कैबिनेट मंत्री
2014 की मोदी सरकार में रक्षा मंत्री रहीं निर्मला सीतारमण ने राजनीति में बेहद कम समय में अपना अलग मुकाम हासिल किया है। स्मृति ईरानी मोदी के पहले कार्यकाल में स्मृति टेक्सटाइल मिनिस्टर रहीं। स्मृति ईरानी ने इस बार उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट से चुनाव लड़ा और राहुल गांधी को हराया। मोदी सरकार में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री मंत्रालय का जिम्मा संभालने वाली हरसिमतर कौर बादल शिरोमणि आकली दल प्रमुख सुखबीर बादल की पत्नी व पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके प्रकाश सिंह बादल की बहू हैं। वह लगातार तीसरी बार भटिंडा लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंची हैं।
पिछली बार इन्हें मिला था मौका
पिछली बार कैबिनेट में जिन महिलाओं को जगह दी गई थी, उनमें सुषमा स्वराज, उमा भारती, मेनका गांधी, हरसिमरत कौर, स्मृति ईरानी और नजमा हेपतुल्ला शामिल थीं। 2014 में सुषमा स्वराज को विदेश मंत्री, उमा भारती को जल संसाधन, नदी विकास और गंगा सफाई मंत्री, स्मृति ईरानी को मानव संसाधन मंत्री, मेनका गांधी को महिला और बाल विकास मंत्री, हरसिमरत कौर को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री और नजमा हेपतुल्ला को अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री बनाया गया था। बाद में नजमा हेपतुल्ला को हटा दिया गया था और स्मृति ईरानी का मंत्रालय बदल दिया गया था। दो बार राज्यसभा सांसद रही निर्मला सीतारमण को 2017 में रक्षामंत्री बनाया गया।