पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर कफील खान के भाई कासिफ जमील पर जानलेवा हमला और इलाहाबाद में वकील रवि तिवारी की हत्या पर योगी सरकार पर निशाना साधा है और इन घटनाओं को यूपी में बढ़ते जंगलराज का प्रमाण बताया है। उन्होंने इन हत्याओँ में सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
मायावती ने कहा है कि यूपी सरकार की नाकामी और जुमलेबाजी का नतीजा है कि आज हर तरफ अव्यवस्था, अराजकता व हिंसा का माहौल है। कफील के भाई पर जानलेवा हमले और इलाहाबाद में वकील की हत्या के मामले पर उन्होंने कहा है कि अब समय आ गया है कि भाजपा सरकार को जनसुरक्षा और जनहित पर ध्यान देना चाहिए अन्यथा हालात और बदतर हो जाएंगे। उन्होंने अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था के मामले में सबसे पहले भाजपा के लोगों पर ही सख्त कार्रवाई की बात कही है। उन्होंने कहा कि आज भाजपा का हर स्तर का नेता यही समझ रहा है कि ‘संईया भए कोतवाल तो अब डर काहे का।' इस पर लगाम लगाने की जरूरत है।
बसपा प्रमुख ने केंद्र सरकार के उस फैसले का भी विरोध किया जिसके तहत दस विभागों में निजी लोगों को संयुक्त सचिव स्तर के पदों पर नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने इसे मोदी सरकार की प्रशासनिक नाकामी बताते हुए कहा कि यह एक खतरनाक प्रवृत्ति है। इससे बड़े-बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों के प्रभाव को और भी ज्यादा बढ़ावा मिलेगा। सरकार की इस कदम से बिना यूपीएसपी परीक्षा पास किए ही दूसरे क्षेत्रों के पेशेवर लोग वरिष्ठ अधिकारी बन सकते हैं।