मोदी सरकार के खिलाफ पहला अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी हो रही है। विपक्ष पहले ही सरकार पर निशाना साध रहा है और अब सहयोगी दलों ने भ्ाी बागी तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने के मुद्दे पर अड़ी टीडीपी के बाद अब वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने अविश्वास प्रस्ताव का माहौल बनाना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को यह प्रस्ताव पेश किया जा सकता है। पार्टी के छह सांसदों ने लोकसभा महासचिव को प्रस्ताव का नोटिस भी दिया है।
In his letter to different political leaders YSRCP's Jaganmohan Reddy wrote that, 'If even after this no-confidence motion, central government is reluctant to grant Special Category Status to Andhra Pradesh, all our party MPs will tender resignation to their seats on 6 April.
— ANI (@ANI) March 15, 2018
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के चलते मोदी सरकार को घेरने की तैयारी शुरू हो गई है। जगन मोहन रेड्डी की पार्टी अविश्वास प्रस्ताव के लिए अन्य विपक्षी दलों से समर्थन भी जुटा रही है। सदन में प्रस्ताव लाने के लिए 50 सांसद चाहिए, तो विपक्षी दलों के सांसदों से अपील की जा रही है। समर्थन हासिल करने के लिए लिखे गए जगन मोहन के पत्र में कहा गया है कि इस प्रस्ताव के बाद भी केंद्र सरकार आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा देने को तैयार नहीं होती है तो पार्टी के सभी सांसद छह अप्रैल को अपना इस्तीफा दे देंगे। वाईएसआर कांग्रेस के लोकसभा में 9 और राज्यसभा में एक सांसद है।
YSR Congress Party MP YV Subba Reddy met leaders of different political parties, including Congress' Mallikarjun Kharge & CPIM's Sitaram Yechury & gave them Jaganmohan Reddy's letter seeking their support for the no-confidence motion to be moved by YSRCP in Lok Sabha tomorrow. pic.twitter.com/xhr6IfRAkl
— ANI (@ANI) March 15, 2018
वाईएसआर कांग्रेस के सांसदों ने कांग्रेस पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, टीएमसी नेता सौगत राय, बीजेडी भृतहरी महताब, टीडीपी नेता तोटा नरसिम्हा, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, एनसीपी नेता तारिक अनवर, आप नेता भगवंत मान समेत कई नेताओं से अविश्वास प्रस्ताव को समर्थन देने की अपील की है।
उधर, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा, 'यदि जरूरत पड़ी तो हम केंद्र सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेंगे, चाहे कोई भी पार्टी इसे लाए।‘