मध्य प्रदेश के मंदसौर की रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगाए गए आरोपों को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गलत बताया है। उन्होंने बुधवार को अपने फेसबुक पोस्ट में राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए जेटली ने कहा कि हर बार, संसद में और संसद के बाहर, जब मैं श्री राहुल गांधी के विचार सुनता हूं तो मैं खुद से यही पूछता हूं-वह कितना जानते हैं? वह कब जानेंगे?’
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में आज उनका भाषण सुन कर उनकी यह जिज्ञासा और बढ़ गई कि क्या उन्हें पर्याप्त जानकारी नहीं दी जाती है अथवा फिर वह तथ्यों को लेकर अत्यंत लापरवाह हैं।
उन्होंने कहा कि राहुल ने प्रधानमंत्री पर देश के 15 शीर्ष उद्योगपतियों के ढाई लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ करने का आरोप लगाया है जो तथ्यात्मक रूप से पूरी तरह झूठा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसी भी उद्योगपति का एक रुपया भी माफ नहीं किया है। सच एकदम अलग है।
जेटली ने कहा कि जिनके पास भी बैंकों एवं अन्य ऋणदाताओं का बकाया है, उन्हें दिवालिया घोषित किया गया है और उन्हें मोदी सरकार द्वारा बनाए गए दिवाला एवं शोधन कानून के तहत उनकी कंपनियों से बेदखल कर दिया गया है। दरअसल उन्हें ये ऋण संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के समय दिए गए थे। दो हीरा व्यापरियों को मोदी द्वारा 35,000 करोड़ रुपये दिए जाने की खबर को भी जेटली ने गलत बताया। उन्होंने कहा कि बैंकिंग धोखाधड़ी संप्रग के समय 2011 में शुरू हुई जिसे राजग के शासन काल में पकड़ा गया।