जनता दल (सेक्युलर) ने कर्नाटक में भाजपा के साथ हाथ मिलाने की अटकलों को खारिज कर दिया और कहा कि इस कदम का मतलब "लोगों के खिलाफ काम करना" होगा।
पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर जारी बयान में कहा, "पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को जेडीएस के बीजेपी के साथ हाथ मिलाने की अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। यह सिर्फ बकवास और आधारहीन है। हम हमेशा लोगों के लिए काम करेंगे। बीजेपी से जुड़ने का मतलब लोगों के खिलाफ काम करना है।"
पूर्व चीफ मिनिस्टर एचडी कुमारस्वामी ने भी अटकलों के बारे में समाचार रिपोर्टों का खंडन किया। उन्होंने कहा, "मैंने बीजेपी के साथ हाथ मिलाने के बारे में निराधार खबरें देखी हैं। यह निराधार है। हमारे विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं को ऐसी अफवाहों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है, जो सच्चाई से दूर हैं।"
कुमारस्वामी ने कहा, "जनसेवा द्वारा पार्टी का निर्माण करेंगे। आम आदमी के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेगी।"
लगाई जा रही थी अटकलें..
बता दें कि मीडिया के एक हिस्से में कई अटकलें सामने आईं जिसमें कहा गया कि वह भाजपा सरकार का समर्थन कर सकती है जो सोमवार को बहुमत साबित करेगी। शुक्रवार को यहां ताज वेस्ट एंड होटल में आयोजित एक बैठक में, जेडी (एस) विधायक दो धड़ों में बंट गए, जिसमें कहा गया कि पार्टी को नई भाजपा सरकार को बाहरी समर्थन देना चाहिए।
जेडीएस विधायकों की शुक्रवार को बैठक के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता जी टी देवगौड़ा ने कहा था, ‘‘कुछ विधायकों ने सुझाव दिया है कि हमें विपक्ष में बैठना चाहिए जबकि कुछ विधायकों की राय है कि हमें भाजपा सरकार का बाहर से समर्थन करना चाहिए।’’
पार्टी ‘‘सकारात्मक’’ विपक्ष की भूमिका निभाएगी: एच डी देवगौड़ा
पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस सुप्रीमो एच डी देवगौड़ा ने बी एस येदियुरप्पा के नेतृत्व में भाजपा सरकार को किसी भी तरह से समर्थन देने से शनिवार को इंकार किया। उन्होंने कहा कि पार्टी ‘‘सकारात्मक’’ विपक्ष की भूमिका निभाएगी।
देवगौड़ा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम सकारात्मक भूमिका निभाने जा रहे हैं। क्षेत्रीय दल के तौर पर हमें जहां विरोध करना होगा वहां हम विरोध करेंगे।’’