केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसलों की जानकारी देते हुए राजनाथ सिंह ने साफ कर दिया, ललित मोदी प्रकरण में किसी मंत्री का इस्तीफा ही नहीं होगा, क्योंकि हमारे मंत्री यूपीए के मंत्रियों की तरह नहीं करेंगे। उनकी बात में केंद्रीय मंरी रविशंकर प्रसाद ने भी हामी भरी और कहा कि आखिर आप वही सब क्यों चाहते हैं जो यूपीए के दौर में हो चुका है। इस तरह से उन्होंने स्पष्ट किया कि यूपीए सरकार फंसने पर मंत्रियों से इस्तीफे लेती थी, नरेंद्र मोदी की सरकार नहीं लेगी।
जिस तरह से ललित मोदी प्रकरण में भाजपा अध्यक्ष से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक के नाम आ रहे हैं, उसमें भाजपा और केंद्र सरकार दोनों ने ही यह तय किया है कि किसी भी तरह से झुकना नहीं है। आज दोनों वरिष्ठ मंत्रियों के बयान से साफ है कि अब इस प्रकरण में केंद्र सरकार केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंरी वसुंधरा राजे के पक्ष में खड़ी होगी। इससे 21 जुलाई से शुरू होने वाले संसद के सत्र के हंगामेदार रहने की उम्मीद है।