भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ महाराष्ट्र के रिटायर्ड पुलिस अफसर रियाजुद्दीन देशमुख बतौर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर गए हैं। रियाजुद्दीन हेमंत करकरे के सहयोगी रह चुके हैं। उन्होंने प्रज्ञा ठाकुर के शहीद हेमंत करकरे पर दिए गए विवादित बयान से आहत होकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
रियाजुद्दीन ने अपनी फेसबुक वॉल पर भोपाल से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। भोपाल में मतदान 12 मई को होगा। नामांकन दाखिल करने के बाद रियाजुद्दीन देशमुख ने कहा, ‘महाराष्ट्र पुलिस के सबसे बेहतरीन और ईमानदार अफसरों में से एक को बदनाम होते नहीं देख सकता था। करकरे ने सभी पेशेवर मामलों में मेरा मार्गदर्शन किया था और वह हमेशा मेरे साथ खड़े रहते थे।‘
करकरे के जूनियर थे देशमुख
देशमुख, हेमंत करकरे के साथ अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वह तब करकरे के अधीन सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। वह अमरावती से क्राइम ब्रांच में एसीपी पद पर रहते हुए रिटायर हुए थे। अब वह औरंगाबाद में रहते हैं।
प्रज्ञा ठाकुर ने ये दिया था बयान
हाल में प्रज्ञा ठाकुर ने बयान दिया था कि मुंबई एटीएस के चीफ हेमंत करकरे ने उन्हें गलत तरीके से फंसाया और हमले में मारे जाने पर उन्हें अपने किए की सजा मिली। यह उनके श्राप का नतीजा था। एक सभा में प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, 'वो जांच अधिकारी सुरक्षा आयोग का सदस्य था। उन्होंने हेमंत करकरे को बुलाया और कहा कि साध्वी को छोड़ दो लेकिन हेमंत करकरे ने कहा कि मैं कुछ भी करूंगा लेकिन सबूत लाऊंगा और साध्वी को नहीं छोड़ूंगा।'