कर्नाटक में चल रहा हाई वोल्टेज ड्रामा अब देश की सर्वोच्च अदालत तक पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट आज विधायकों के इस्तीफे के मुद्दे पर सुनवाई करेगा। वहीं इस सारी उठापठक के बीच मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है। बुधवार को मुंबई में डीके शिवकुमार को हिरासत में लिया गया और जबरन बेंगलुरु भेज दिया गया। अभी तक कुल 16 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं, जिसकी वजह से कांग्रेस-जेडीएस सरकार पर संकट बढ़ता जा रहा है। लिहाजा कर्नाटक में सियासी घमासान के बाद पार्टी का पूरा फोकस वहीं है। वेणुगोपाल कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया के साथ वहीं डटे हैं जबकि गुलाम नबी आजाद और मल्लिकार्जुन खड़गे भी बेंगलूरु में ही हैं।
बीते 6 दिनों में कर्नाटक में सियासत चरम पर है। पहले 14 विधायकों ने (11+3) ने इस्तीफा दिया जिससे सरकार पर संकट आ गया। बुधवार को भी दो कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा सौंप दिया। नाराज विधायक मुंबई के एक होटल में पहुंचे हैं। जहां पर बुधवार को उनसे मिलने कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार पहुंचे। हालांकि, उन्हें मिलने नहीं दिया गया। पुलिस ने उन्हें हिरासत में भी लिया और बाद में जबरन बेंगलुरु के लिए रवाना कर दिया।
शुक्रवार को कर्नाटक विधानसभा का सत्र शुरू होना है, भाजपा इस सेशन को अवैध बता रही है। इस बीच कर्नाटक विधानसभा के आसपास धारा 144 लगा दी गई है। आज मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भी अपनी कैबिनेट बैठक बुलाई है। वहीं, स्पीकर रमेश कुमार का कहना है कि अभी तक उन्होंने कोई इस्तीफा मंजूर नहीं किया है। इसका एक नियम है, वह उसके अनुसार ही काम करेंगे।
राज्यसभा में हंगामा
कर्नाटक और गोवा के राजनीतिक हालात को लेकर गुरुवार को राज्यसभा में हंगामा हुआ। कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि राजनीतिक अस्थिरता का असर राज्यों में निवेश पर पड़ेगा और इससे देश की अर्थव्यवस्था नीचे जाएगी। आए दिन लोकतंत्र पर खतरा बढ़ता जा रहा है। इससे पहले यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुआई में विपक्ष ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन और नारेबाजी की। विपक्षी नेताओं के हाथों में ‘लोकतंत्र बचाओ’ लिखी तख्तियां थीं।
मेरे संपर्क में सभी विधायक: सिद्धारमैया
कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने ट्वीट कर लिखा है कि उनके संपर्क में पार्टी के सभी विधायक हैं। उन्होंने लिखा कि ऐसा कहना गलत है कि उनके संपर्क में सिर्फ कुछ ही विधायक हैं।
‘भाजपा के इशारे पर विधायकों से मिलने नहीं दिया गया’
विधायकों से नहीं मिलने दिए जाने पर शिवकुमार ने कहा कि मुंबई अपने आतिथ्य सत्कार के लिए जानी जाती है। मैंने यहां के होटल में कमरा बुक किया था। यहां अपने दोस्तों और सहयोगियों से मिलने आया था। लेकिन भाजपा और अधिकारियों ने अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल किया। उन्हें शर्म आनी चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें जबरन बेंगलुरु भेज दिया गया। हालांकि, उन्होंने कहा कि मुझे पुरा विश्वास है कि सभी असंतुष्ट विधायक जल्द वापसी करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर उन्हें विधायकों से मिलने नहीं दिया गया। भाजपा बागी विधायकों को सुरक्षा दे रही है।
बागी एमएलए सोमशेखर बेंगलुरु लौटे
कांग्रेस नेता एसटी सोमशेखर बुधवार देर रात वापस बेंगलुरु आ गए। सोमशेखर बेंगलुरु डेवलपमेंट अथॉरिटी (बीडीए) के अध्यक्ष हैं। बीडीए की गुरुवार सुबह बैठक होने वाली है। उन्होंने कहा, “मैं यहीं रहूंगा, वापस मुंबई नहीं जा रहा हूं। मैंने विधायकी से इस्तीफा दिया है, लेकिन अभी भी कांग्रेस में हूं।”
मौजूदा हालात आपातकाल से भी बदतर: देवेगौड़ा
देवेगौड़ा ने बुधवार को कहा कि मौजूदा हालात "आपातकाल से भी बदतर" हैं और उन्होंने 60 साल के सार्वजनिक जीवन में ऐसे हालात कभी नहीं देखे। देवेगौड़ा ने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से मतभेद भुलाकर "लोकतंत्र की रक्षा" के लिये साथ आने की अपील की। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि मौजूदा हालात आपातकाल से भी बदतर हैं। डीके शिवकुमार (कांग्रेस के मंत्री) होटल गए लेकिन कमरा बुक होने के बावजूद उन्हें होटल में प्रवेश नहीं करने दिया गया। मैंने अपने 60 साल के सार्वजनिक जीवन में कभी ऐसा होते नहीं देखा। उन्होंने कहा, "सभी राजनीतिक दलों को मतभेद भुलाकर लोकतंत्र की रक्षा के लिये साथ आना चाहिये।" देवेगौड़ा ने यह बात कर्नाटक सरकार गिराने के बीजेपी के कथित प्रयासों के विरोध में कांग्रेस-जद(एस) कार्यकर्ताओं द्वारा यहां निकाले मार्च से पहले यह बात कही।