प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु में आयोजित विपक्षी दलों की महा बैठक पर हमला किया और कहा कि लोग इस बैठक को "भ्रष्टाचारियों" की बैठक के रूप में देखते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जब "उनका भ्रष्टाचार उजागर होता है" तो ये पार्टियाँ एक-दूसरे को सुरक्षा प्रदान करती हैं।
प्रधानमंत्री अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर में वीर सावरकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नए एकीकृत टर्मिनल भवन का उद्घाटन करने के बाद एक सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने विपक्षी दलों पर "जमात" और "कुनबा" जैसे शब्दों के साथ कटाक्ष करते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की।
पीएम मोदी ने कहा, "इस देश के लोग कह रहे हैं कि ये 'कट्टर भ्रष्टाचार सम्मेलन' है। इस बैठक की एक खासियत यह भी है कि यदि कोई करोड़ों के भ्रष्टाचार मामले में जमानत पर है तो उसे इज्ज़त के साथ देखा जाता है। अगर पूरा परिवार ज़मानत पर है, तो उन्हें और अधिक सम्मान मिलता है। अगर कोई एक समुदाय का अपमान करता है और कोर्ट से सजा पाता है, उसका भी सम्मान होता है।"
पीएम मोदी ने इस दौरान एक बॉलीवुड गाने का जिक्र करते हुए कहा कि लोग बहुत सारे चेहरे लगा लेते हैं। उन्होंने कहा, "आप देखिए इन लोगों ने कितने चेहरे बना रखे हैं। जब ये लोग एक फ्रेम में आते हैं तो लोगों के मन में हजारों करोड़ के भ्रष्टाचार का ख्याल आता है। लोग कह रहे हैं कि 'कट्टर भ्रष्टाचारी सम्मेलन' हो रहा है।"
उन्होंने विपक्षी दलों पर वंशवाद की राजनीति करने का आरोप लगाया। पीएम ने कहा, "लोकतंत्र में यह जनता का, जनता के द्वारा और जनता के लिए होता है। लेकिन वंशवादी राजनीतिक दलों के लिए यह परिवार का, परिवार द्वारा और परिवार के लिए है। परिवार पहले, देश कुछ नहीं। यही उनका सिद्धांत है। नफरत, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की राजनीति है। देश वंशवाद की राजनीति की आग का शिकार है। उनके लिए सिर्फ उनके परिवार का विकास मायने रखता है, देश के गरीबों का नहीं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों ने पहले ही 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को सत्ता में वापस लाने का फैसला कर लिया है। उन्होंने कहा, "जनता हमें वापस लाने का फैसला कर चुकी है। तो जो लोग भारत की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार हैं, उन्होंने अपनी दुकानें खोल ली हैं। 24 के लिए 26 होने वाली राजनीतिक दलों पर ये बड़ा फिट बैठता है।"
"गाना तो कोई और गा रहे हैं लेकिन हकीकत कुछ और है। लेबल किसी और चीज का लगाया गया है लेकिन प्रोडक्ट किसी और का है। इनकी दुकानों पर जातिवाद का जहर और अपार भ्रष्टाचार की गारंटी है। अब, वे बेंगलुरु में हैं।" अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा से मुकाबला करने के लिए एक साझा मोर्चा बनाने के लिए विपक्षी दल बेंगलुरु में अपनी दूसरी बैठक कर रहे हैं।
बेंगलुरु में दो दिवसीय बैठक में 26 दल भाग ले रहे हैं और यह मंगलवार को समाप्त होगी। पीएम मोदी ने बेंगलुरु की सभा में नेताओं पर घोटालों में शामिल होने का आरोप लगाया और कहा कि अगर कोई गलत काम उजागर होता है तो वे उसे कवर देने के लिए एकजुट हो जाते हैं। पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों में हिंसा का जिक्र किया और कहा कि कांग्रेस और वामपंथियों ने अपने स्वार्थ में हिंसा के सामने "अपने लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया"।
उन्होंने कहा, "कहीं बाढ़ को लेकर भ्रष्टाचार है, कहीं अपहरण है लेकिन 'कुनबा' के लोग चुप हैं। कुछ दिन पहले बंगाल में पंचायत चुनाव में हिंसा हुई, हत्याएं हुईं लेकिन इस पर भी वे चुप हैं"। प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासित राजस्थान में महिलाओं पर अत्याचार और पेपर लीक के मामले हुए हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी सरकार के तहत दिल्ली में हुए 'शराब घोटाले' का भी जिक्र किया।
पीएम मोदी ने कहा कि जब जांच एजेंसियां भ्रष्टाचार और गलत काम सामने लाती हैं तो विपक्षी दल हंगामा शुरू कर देते हैं कि 'कुछ नहीं मिला' और 'कुनबे के लोग' क्लीन चिट दे देते हैं। पीएम ने लोगों से ऐसे लोगों को पहचानने और सतर्क रहने का आह्वान किया। पीएम मोदी ने कहा, ''इन साजिशों में हमें अपना समर्पण बनाए रखना है।''