भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए सांसद कीर्ति आजाद ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के सांसद भी शंका करते हैं कि राफेल में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में सांसद कीर्ति आजाद ने कहा कि मैंने पांच सालों में सिर्फ जुमले ही सुने। भाजपा के दूसरे जुमलों की तरह ‘न खाऊंगा, न खाने दूंगा’ भी जुमला था। सांसद कीर्ति आजाद ने कहा कि उनके पास डीडीसीए घोटाले से जुड़े 400 सरकारी दस्तावेज थे लेकिन इन दस्तावेजों पर मोदी सरकार ने भाजपा नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की। उल्टे मेरी आवाज को दबाने की कोशिश की गई। इससे साफ हो गया कि भ्रष्टाचार दूर करने का वादा भी एक जुमला ही था।
'एक के बदले दस सिर लाने का किया था वादा'
कीर्ति आजाद ने कहा कि मैं पीएम का एक वक्तव्य याद दिलाना चाहता हूं, जब उन्होंने कहा था कि एक के बदले 10 सिर लाऊंगा, लेकिन अगर वो अभी तक एक भी सिर लाये हों तो बताएं। उन्होंने भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र न होने का आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने 26 साल तक भाजपा की सेवा की लेकिन जबसे यह सरकार बनी, तब से उनका असली चेहरा सामने आने लगा।
'कांग्रेस में की है घर वापसी'
कांग्रेस की सदस्यता लेते हुए कीर्ति ने कहा कि यह सबसे पुरानी पार्टी है और यही वो पार्टी है जिसने देश की आन, बान और शान के लिए काम किया है। मेरे पिता को जवाहर लाल नेहरू ने 26 साल की उम्र में सांसद बनाया था। मैं अपने पिता की पार्टी में आया हूं, मैंने घर वापसी की है। मैंने काफी सोच विचार करने के बाद ही कांग्रेस में घर वापसी की सोची। मैं राजनीतिक रूप से अनाथ हो गया था। उन्होंने कहा कि मुझे कांग्रेस ने आश्वासन दिया है कि किसी तरह की यहां दिक्कत नहीं होगी।
स्वाभिमानी लोग छोड़ रहे हैं भाजपाः गोहिल
बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि भाजपा में अब वैसे लोग नहीं रहते जिनके पास थोड़ा भी स्वाभिमान बचा हो। पार्टी स्वाभिमान के लिए और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वालों पर ही कार्रवाई कर रही है। कीर्ति का राजनीति से पुराना नाता है और उनके आने से पार्टी मजबूत होगी। क्रिकेट के फील्ड में भी कीर्ति की पहचान है।
कर दिया था निलंबित
सांसद और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस का हाथ थाम लिया। कीर्ति आजाद ने डीडीसीए में घोटाले का आरोप लगाकर वित्त मंत्री अरुण जेटली पर भी निशाना साधा था। अपनी पार्टी के सांसद की ओर से वित्त मंत्री पर आरोप लगाए जाने से भाजपा की काफी किरकिरी हो रही थी जिसके कारण भाजपा ने कीर्ति आजाद को निलंबित कर दिया था।