पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी गरमाहट फिर से तेज होती जा रही है। कल पुलिस ने पूर्व अकाली मंत्री और सुखबीर बादल के बहनोई बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट की धाराओं के अंतर्गत केस दर्ज किया था और आज उनके खिलाफ केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब पुलिस ने ही केंद्रीय गृह मंत्रालय से लुकआउट नोटिस जारी करने को कहा था।
कल पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिद्धू ने ट्विटर पर मजीठिया का नाम लिए बगैर कहा, ''फरवरी 2018 में एसटीएफ की रिपोर्ट के आधार पर पंजाब पुलिस की अपराध शाखा में ड्रग व्यापार के मुख्य दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह चार साल पहले मैंने मांग की थी। अब यह उन सभी के मुँह पर तमाचा है, जो बरसों तक पंजाब की आत्मा के मुद्दों पर सोते रहे।"
पंजाब पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, मजीहटिया पर अपनी संपत्ति या वाहन के उपयोग के माध्यम से नशीली दवाओं की तस्करी की अनुमति देने, दवाओं के वितरण या बिक्री के वित्तपोषण और तस्करी के लिए आपराधिक साजिश रचने के लिए मामला दर्ज किया गया है।
मजीठिया पर हुए एफआईआर को शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल ने राजनीतिक प्रतिशोध का सबसे खराब उदाहरण करार दिया। वो मीडिया को संबोधित करते हुए बोले, "हम अन्याय के खिलाफ लड़ेंगे।"