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ओम बिरला ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को किया स्वीकार, लोकसभा में जल्द होगी चर्चा

संसद के मॉनसून सत्र का आज पांचवां दिन है, लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध जारी है। मणिपुर...
ओम बिरला ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को किया स्वीकार, लोकसभा में जल्द होगी चर्चा

संसद के मॉनसून सत्र का आज पांचवां दिन है, लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध जारी है। मणिपुर मुद्दे पर कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है, जिसे लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने स्वीकार कर लिया है।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्ष द्वारा सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। यह प्रस्ताव कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई द्वारा सदन में लाया गया था। स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव पर बहस की इजाजत दी। उन्होंने कहा कि इसपर विस्तृत चर्चा के बाद तारीख का एलान करूंगा। इस अविश्वास प्रस्ताव पर पक्ष विपक्ष आमने सामने हैं। मणिपुर पर चर्चा की मांग कर रहे सांसदों की नारेबाजी के बीच राज्यसभा दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी।

अविश्वास प्रस्ताव लाने का निर्णय मंगलवार को विपक्षी I.N.D.I.A गठबंधन दलों की बैठक में लिया गया। गोगोई असम में कलियाबोर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और पूर्वोत्तर क्षेत्र से सांसद हैं। विपक्षी सांसदों ने कहा कि उन्हें पता है आंकड़े सरकार के पक्ष में हैं लेकिन अविश्वास प्रस्ताव मणिपुर में हिंसा समेत विभिन्न मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब मांगने का एक तरीका है।

पक्ष का क्या है कहना ?

• केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल कहते हैं, "...अविश्वास प्रस्ताव आने दीजिए, सरकार हर स्थिति के लिए तैयार है। हम मणिपुर पर चर्चा चाहते हैं सत्र शुरू होने से पहले वे चर्चा चाहते थे। जब हम सहमत हुए तो उन्होंने नियमों का मुद्दा उठाया। जब हम नियमों पर सहमत हुए तो वे नया मुद्दा लेकर आए कि प्रधानमंत्री आएं और चर्चा शुरू करें। मुझे लगता है ये सब बहाने हैं।"

• संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी कहते हैं, ''लोगों को पीएम मोदी और बीजेपी पर भरोसा है। वे पिछले कार्यकाल में भी अविश्वास प्रस्ताव लाए थे। इस देश की जनता ने उन्हें सबक सिखाया है।"

• रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्विटर पर कहा, "विपक्षी गठबंधन ने अपने विचित्र अतीत से छुटकारा पाने की कोशिश में अपना नाम बदल लिया है। खुद का नाम I.N.D.I.A रखने से सामूहिक सार्वजनिक चेतना से उनके पिछले कार्यों को मिटा नहीं दिया जाएगा।"

• वाईएसआरसीपी सांसद वी विजयसाई रेड्डी कहते हैं, "जब सब कुछ अच्छा चल रहा है, तो अविश्वास प्रस्ताव की आवश्यकता कहां है? हम प्रस्ताव का विरोध करने जा रहे हैं।"

विपक्ष का कहना क्या है?

 

• बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अविश्वास प्रस्ताव पर कहा, "प्रधानमंत्री को इसपर (मणिपुर मुद्दे) बयान देना चाहिए। वे (प्रधानमंत्री मोदी) सब दिन गायब रहते हैं। मणिपुर में जो भी घटना हो रही हैं, विपक्ष एकजुट होकर इस मुद्दे को उठा रहा है।"

 

 

• राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा, "अविश्वास प्रस्ताव। जब प्रधानमंत्री के पास संसद में बयान देने के लिए आत्मविश्वास की कमी हो; सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी तक मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर 'मौन' रखते हों, बृजभूषण पर 'मौन' रखते हों, कहते हैं चीन के कब्जे में कोई क्षेत्र नहीं। I.N.D.I.A को उस पर कैसे भरोसा हो सकता है?"

 

• शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा "कोई अपनी जिम्मेदारी से बच रहा है, कोई मणिपुर के प्रति अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहा है - लोग सोच रहे हैं कि प्रधानमंत्री संसद में क्यों नहीं आ रहे हैं...अगर हमें प्रधानमंत्री को संसद में लाने के लिए इस अविश्वास प्रस्ताव का उपयोग करना होगा, तो मुझे लगता है कि हम इस देश की बहुत बड़ी सेवा करेंगे।"


• राजद सांसद मनोज झा कहते हैं, "...हम जानते हैं कि संख्याएं हमारे पक्ष में नहीं हैं लेकिन लोकतंत्र सिर्फ संख्याओं के बारे में नहीं है। मणिपुर जल रहा है और लोग पीएम के बोलने का इंतजार कर रहे हैं। शायद अविश्वास प्रस्ताव के बहाने उन्हें कुछ बोलने पर मजबूर किया जा सके. यही सबसे बड़ी उपलब्धि होगी..."


• कांग्रेस सांसद एमपी के सुरेश ने कहा, "I.N.D.I.A के साझेदारों ने सर्वसम्मति से एनडीए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया। सरकार, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री कह रहे हैं कि हम सदन में चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन वे सदन में चर्चा का माहौल नहीं बना रहे हैं। सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए हमारे पास पर्याप्त संख्या बल है।"

पहले कांग्रेस ने बुधवार को सुबह 10.30 बजे पार्टी के संसदीय कार्यालय में अपने लोकसभा सांसदों की बैठक बुलाई। कांग्रेस ने अपने लोकसभा सांसदों को आज संसद में उपस्थित रहने के लिए तीन लाइन का व्हिप भी जारी किया है। आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा, "भारत के संसदीय इतिहास में कई बार, संसद के भीतर बहस, संवाद और चर्चा के महत्वपूर्ण साधनों का प्रयोग किया जाता है। मुझे लगता है कि ये संसदीय उपकरण वास्तव में भारत के लोकतंत्र को मजबूत करते हैं।"

आज लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बारे में पूछे जाने पर लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक मनिकम टैगोर ने कहा, "INDIA गठबंधन एक साथ है, INDIA गठबंधन ने इस विचार का प्रस्ताव दिया है और कल यह निर्णय लिया गया था। आज, कांग्रेस पार्टी के नेता इसे आगे बढ़ा रहे हैं। हम श्री मोदी के अहंकार को तोड़ना चाहते थे।" कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को बताया कि विपक्षी दल कल (बुधवार) सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे। मालूम हो कि मणिपुर मुद्दे को लेकर अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है।

दरअसल, विपक्ष लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में मणिपुर की स्थिति पर विस्तृत से चर्चा की मांग कर रहा है। साथ ही विपक्ष की मांग है कि मणिपुर मुद्दें पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद बयान दें। विपक्ष की मांग पर दोनों सदनों में जबरदस्त हंगामा देखा गया है और बार-बार स्थगित करना पड़ा।

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