तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने डीएमके नेता कनिमोझी के यहां छापेमारी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मोदी विपक्षी दलों को डराने की कोशिश कर रहे हैं। यह शर्म की बात है कि भाजपा विपक्षी नेताओं और दलों को परेशान करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है।
चुनाव अधिकारियों ने आयकर अधिकारियों के साथ द्रमुक नेता कनिमोई के दक्षिणी तमिलनाडु के तूतीकोरिन स्थित आवास पर मंगलवार को छापे मारे थे। कनिमोझी यहीं से चुनाव लड़ रही हैं। ममता बनर्जी ने कहा कि कनिमोझी को इसलिए परेशान किया जा रहा है क्योंकि द्रमुक दक्षिण भारत में भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि देश ने पहले कभी ऐसा प्रधानमंत्री नहीं देखा जिसे लोग प्यार करने या जिसका सम्मान करने के बजाय, उससे डरें।
'डर पैदा कर सत्ता में बना रहना चाहते हैं'
ममता बनर्जी ने कहा, ‘हमारे लिए एक नेता वह होता है जिसे समाज के विभिन्न वर्गों के लोग प्यार करें और उसका सम्मान करें। लेकिन आजादी के बाद पहली बार हमारे पास प्रधानमंत्री जैसा ऐसा नेता है जो डर पैदा करके देश में सत्ता में है।’ उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी हर किसी को डरा रहे हैं और हर कोई उनसे डरता है। बनर्जी ने कहा, ‘यह शर्म की बात है कि जिस व्यक्ति ने दंगों के जरिए राजनीति में अपनी जगह बनाई, वही देश का नेतृत्व कर रहा है।’
'सरकारी एजेंसियों का किया जा रहा है इस्तेमाल'
डीएमके नेता कनिमोझी ने कहा है, 'पिछले पांच साल में हर सरकारी एजेंसी का शोषण किया जा चुका है। वे भाजपा का हिस्सा हो गई हैं। सीबीआई, ईडी, आरबीआई,आईटी और ईसी सबके साथ समझौता हो चुका है। केवल विपक्षी नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है।' डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने भी चुनाव से 2 दिन पहले आईटी के छापों पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था कि पीएम चुनावों को प्रभावित करने के लिए आयकर अधिकारियों का इस्तेमाल कर रहे हैं।