कांग्रेस के निलंबित वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने एक बार फिर बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कराची में आयोजित कराची लिटरेचर फेस्टिवल को संबोधित करते हुए भारत-पाक वार्ता को लेकर पाकिस्तान की नीतियों पर खुशी जाहिर की जबकि भारतीय नीति को लेकर दुख जताया।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मणिशंकर अय्यर ने कहा, “भारत और पाकिस्तान के बीच के मुद्दों को सुलझाने के लिए सिर्फ एक ही रास्ता है- निरंतर और निर्बाध बातचीत। मुझे बहुत गर्व है कि पाकिस्तान ने इस नीति को स्वीकार कर लिया है, लेकिन दुखी भी हूं कि इसे (वार्ता) भारतीय नीति के तौर पर नहीं अपनाया गया है। बातचीत को भारतीय नीति के तौर पर अपनाने की जरूरत है।”
कांग्रेस नेता ने कहा, “दोनों देशों के कश्मीर और आतंकवाद दो मुख्य मुद्दे हैं जिनसे निपटना होगा। भारत और पाकिस्तान को उस नीति को अपनाना चाहिए, जिसे पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के शासन में बनाया गया था।”
मणिशंकर अय्यर का यह बयान ऐसे समय आया है जब जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रहे आतंकी हमलों को लेकर विपक्षी कांग्रेस पार्टी नरेंद्र मोदी सरकार की तीखी आलोचना कर रही है। ऐसे में यह बयान फिर से कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ा कर सकता है।