लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद से कांग्रेस में इस्तीफों का दौर चल रहा है। इस बीच मणिपुर में कांग्रेस के 12 विधायकों ने संगठन के विभिन्न पदों से इस्तीफा दे दिया है। विधायकों ने सत्तारूढ़ भाजपा में जाने की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि उनका किसी अन्य पार्टी में शामिल होने का कोई इरादा नहीं है।
इन विधायकों के पास पार्टी में अलग-अलग पद की जिम्मेदारी थी। विधायकों ने मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष गाएखनगम को अपना इस्तीफा सौंपा है। इनका कहना है कि उन्हें पार्टी से कोई समस्या नहीं है, बल्कि वे तो केवल अपने नेता राहुल गांधी को ही फॉलो कर रहे हैं।
कर रहे हैं राहुल का अनुसरण
गाएखनगम ने बताया, 'कुछ नेताओं ने इस्तीफे की पेशकश की है, लेकिन मैंने अभी तक उन पेपर्स को देखा नहीं है। राहुल गांधी जी ने पार्टी को मजबूत करने के लिए इस्तीफे की पेशकश की है। इसलिए हम भी प्रदेश स्तर पर उनका अनुसरण कर रहे हैं।’
मणिपुर में लोकसभा की दो सीटें हैं। हाल के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को इन दोनों ही सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है। ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस नेताओं में इससे काफी निराशा फैली है।
मनाने में जुटे हैं कांग्रेसी
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार के बाद से राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े हुए हैं। सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी समेत कई नेता उन्हें ऐसा न करने की सलाह दे रहे हैं।
राहुल गांधी ने इस्तीफे की पेशकश के बाद असम से लेकर पंजाब और मध्य प्रदेश से लेकर राजस्थान तक के दिग्गज नेता अपने पद से इस्तीफे की बात कर चुके हैं।
यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर, ओडिशा कांग्रेस अध्यक्ष निरंजन पटनायक और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण भी इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़, झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार और असम कांग्रेस अध्यक्ष रिपुन बोरा ने भी अपने इस्तीफे कांग्रेस अध्यक्ष को भेजे हैं।