पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के संघ मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में जाने और भाषण देने को लेकर कांग्रेस ने भले ही इसे आरएसएस को सच का आईना दिखाना करार दिया हो। लेकिन कांग्रेस नेताओं द्वारा इसकी जमकर आलोचना की जा रही है। अब मनीष तिवारी ने तल्ख लहजे में प्रणब मुखर्जी से सवाल पूछे हैं।
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने अपने ट्वीट में प्रणब से 3 सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि प्रणब ने राष्ट्रवाद पर बात करने के लिए संघ मुख्यालय को ही क्यों चुना? आज अचानक से संघ अच्छा कैसे हो गया? बता दें कि गुरुवार को प्रणब संघ के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे।
शुक्रवार की सुबह मनीष तिवारी एक के बाद एक कई ट्वीट किए। मनीष तिवारी ने ट्वीट कर कहा, “क्या मैं आपसे एक सवाल पूछ सकता हूं जिसका जवाब आपने अभी तक नहीं दिया। इसने लाखों बहुलतावादी और धर्मनिरपेक्ष लोगों को चिंता में डाल दिया है। मैं पूछना चाहता हूं कि आपने राष्ट्रवाद पर अपनी बात रखने के लिए आरएसएस मुख्यालय को ही क्यों चुना?”
उन्होंने पूछा, "आपकी पीढ़ी ने 80 और 90 के दशक में आरएसएस की सोच को लेकर आगाह किया था। जब 1975 और फिर 1992 में आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था, तब आप उस समय सरकार का हिस्सा थे। क्या आपको नहीं लगता कि कभी गलत सोच रखने वाला संघ आज अच्छा कैसे हो गया। या फिर हम जो पहले कहते रहे वो गलत था या ये उधार लिया गया सम्मान है?"
कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, "आरएसएस के कार्यक्रम में आपका जाना वैचारिक पुनरुत्थान का प्रयास है या फिर राजनीति में आ रही गिरावट को दूर करना। क्या ऐसा करके क्या आप कड़वाहट दूर करना चाहते हैं? क्या आपकी कोशिश से आरएसएस को धर्मनिरपेक्ष और बहुलतावादी मान लिया जाएगा?"
मनीष तिवारी ने उदाहरण देते हुए कहा कि इतिहास बताता है जब नाजी यूरोप में अपनी अकड़ दिखा रहे थे। चेंबरलेन (पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री) ने सोचा कि 1938 के म्यूनिख पैक्ट से उन्होंने अपने दौर में शांति को लेकर सबसे बड़ा काम किया है। कितनी गलत सिद्ध हुई थी उनकी सोच।
गौरतलब है कि इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शमिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि जिस बात का उन्हें डर था और अपने पिता को जिस बारे में उन्होंने आगाह किया था, वही हुआ। उन्होंने कहा कि जिसका डर था, भाजपा/आरएसएस के ‘‘डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट’’ ने वही किया। दरअसल सोशल मीडिया प्रणब मुखर्जी की एक फेक तस्वीर वायरल हुई जिसमें उन्हें संघ की टोपी पहने और संघ नेताओं और कार्यकर्ताओं की तरह अभिवादन करते हुए दिखाया गया।