मनमोहन सिंह ने कहा कि मैं नोटबंदी का विरोध नहीं कर रहा। लेकिन जो लोग प्रभावित हो रहे हैं उनकी बात सुनी जानी चाहिए। पीएम मोदी ने 50 दिन इंतजार करने को कहा है, ये छोटा वक्त हो सकता है। हमें नहीं पता कि नोटबंदी का आखिरी परिणाम क्या होगा। इसके खतरनाक नतीजे हो सकते हैं। हम नोटबंदी के उद्देश्यक के खिलाफ नहीं लेकिन इसे लागू करने के तरीके के खिलाफ हैं।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी से अब तक 60-65 लोगों की मौत हुई और आम जनता परेशान है। इस कदम के चलते लोगों का सरकार और करेंसी पर भरोसा कमजोर होगा। बड़े ग्रामीण इलाके में सेवाएं देने वाला सहकारी बैंक सेक्टर काम नहीं कर पा रहा है। पीएम एक देश का नाम बताएं जहां लोग पैसा जमा कर सकते हैं लेकिन निकाल नहीं सकते। पीएम ने लोगों से 50 दिन इंतजार करने के लिए कहा लेकिन यह 50 दिन लोगों के लिए बेहद पीड़ादायक होंगे। मैं उम्मीद करता हूं कि पीएम लोगों को राहत देने के लिए हमें प्रैक्टिकल तरीकों को ढूंढने में मदद करेंगे। मनमोहन सिंह के भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी राज्य सभा में मौजूद थे और पूरा भाषण सुना।
मायावती ने कहा कि नोटबंदी के फैसले को हमारी पार्टी समर्थन करती है लेकिन इसका तरीका सही नहीं है। इस पर जो भी सर्वे आ रहा है, वो गलत है। 90% लोग आज भी एटीएम और बैंको के बाहर लाइन में खड़े हैं।
टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि नोटबंदी से सभी को तकलीफ पहुंची है। इस फैसले के 2 घंटे बाद ही ममता जी ने इसका विरोध किया था। समाज में हर तबके में इसे लेकर गुस्सा है। पूरा विपक्ष एकजुट है। 500 रुपए के पुराने नोट को नए 500 रुपए के नोट के साथ ही चलाना चाहिए था। पीएम ने एक वोटिंग करवाई और कहा कि 92 फीसदी लोग खुश हैं। मैं जानना चाहता हूं कि यह 92 फीसदी लोग है कहां? पीएम इस बहस का जवाब देंगे। हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। आप ममता बनर्जी को इसके लिए जेल में डाल सकते हैं।
इधर सरकार नोटबंदी को लेकर जारी विपक्ष के विरोध को दूर करने की हर संभव कोशिश कर रही है। सरकार संसद में जारी इस गतिरोध को दूर करने की कोशिश में है, लेकिन विपक्ष मानने को राजी नहीं। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, जिसमें उन्हें सभी दलों के नेताओं से मुलाकात करनी थी, लेकिन विपक्ष इस बैठक में नहीं पहुंचा।