दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद बीजेपी में मंथन का दौर शुरू हो गया है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने गुरुवार को पार्टी दफ्तर में बैठक बुलाई है। इस बैठक में दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी भी मौजूद हैं। इसके अलावा बीजेपी के संगठन महासचिव बीएल संतोष भी हैं। खास बात है कि 11 फरवरी को दिल्ली चुनाव के नतीजे आने के बाद मनोज तिवारी की जेपी नड्डा से ये पहली मुलाकात है।
बता दें कि इस बार 45-48 सीटों का दावा करने वाली भाजपा को दिल्ली में मात्र आठ सीटों पर जीत मिली है। इसके बाद मनोज तिवारी ने कहा था कि बतौर प्रदेश अध्यक्ष इसकी नैतिक जिम्मेदारी उनकी है।
ऐसे समय में हुई दोनों नेताओं की मुलाकात
नड्डा और मनोज तिवारी के बीच ये मुलाकात ऐसे समय हो रही है जब दिल्ली चुनाव में मिली हार के बाद मनोज तिवारी की दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे की अटकलें तेज हैं। हालांकि बुधवार को मनोज तिवारी ने उठ रहे ऐसे सवालों के जवाब में कहा था कि न तो वो अपना इस्तीफा देने जा रहे हैं और न ही उनसे पार्टी ने इस्तीफा मांगा है।
जीत को लेकर आश्वस्त थे मनोज तिवारी
मनोज तिवारी भारतीय जनता पार्टी की जीत के लिए आश्वस्त थे और नतीजों के दिन भी लगातार जीत का दावा कर रहे थे। नतीजों वाली सुबह मनोज तिवारी कह रहे थे कि शाम तक के नतीजों में भाजपा बहुमत को छू लेगी लेकिन बीजेपी दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर सकी। इससे पहले एग्जिट पोल में भी जब बीजेपी की हार दिखाई गई तो भी मनोज तिवारी ने इसे मानने से इनकार कर दिया था।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली करारी हार
बता दें कि 11 फरवरी को आए दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) को जबरदस्त जीत हासिल हुई है। दिल्ली की 70 सीटों में से उसने 62 पर अपना कब्जा जमाया है। वहीं, बीजेपी को महज आठ सीटों पर ही जीत नसीब हुई। पिछली बार की तरह इस बार भी कांग्रेस का खाता नहीं खुला। वहीं, आप को कुल पड़े वोटों का 53.6 प्रतिशत शेयर मिला जबकि बीजेपी को 38.5 फीसदी मत पड़े। कांग्रेस के हिस्से में महज 4.26 प्रतिशत वोट शेयर रहा।