आज 10 राज्यों की 4 लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान चल रहा है। विपक्षी गठबंधन की परीक्षा साबित हो रहे यूपी की कैराना, नूरपुर और महाराष्ट्र की पालघर सीटों पर सुबह से ही ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें आ रही हैं। सपा, रालोद और कांग्रेस ने इन मामलों की शिकायत चुनाव आयोग से करते हुए चुनाव की निष्पक्षता और लोगों को मताधिकार से वंचित किए जाने का मुद्दा उठाया। विपक्षी दलों के नेताओं ने सैकड़ों की तादाद में ईवीएम व वीवीपैट मशीनें खराब होने और घंटों तक इनके स्थान पर सही मशीनें न लगाए जाने के आरोप लगाए हैं।
इस बीच, कैराना से भाजपा प्रत्याशी मृगांका सिंह ने भी माना कि ईवीएम में बड़े गड़बड़ियां सामने आईं और सिस्टम बुरी तरह नाकाम हुआ है। जिसके चलते उनके समर्थकों को बिना मतदान किए ही लौटना पड़ा। उनका कहना है कि भाजपा ने भी ईवीएम में खराबी को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की है।
There was massive technical snag in the EVMs and total breakdown of systems. My supporters went back without voting as machines were not working. My party leaders have approached the EC regarding the matter: Mriganka Singh, BJP Candidate from Kairana Lok Sabha bypolls pic.twitter.com/EZP6KURv1T
— ANI UP (@ANINewsUP) May 28, 2018
दिल्ली में ईवीएम के मुद्दे पर विपक्षी गठबंधन से जुड़े नेताओं के चुनाव आयोग से मिलने के बाद भाजपा का प्रतिनिधिमंडल भी चुनाव आयोग पहुंचा। भाजपा के अरुण सिंह ने बताया कि उन्हें 197 बूथों में ईवीएम खराब होने या देरी से शुरू होने की शिकायतें मिली थीं। पार्टी ने कई बूथों पर दोबारा मतदान की मांग की है। भाजपा प्रतिनिधिमंडल में शामिल भूपेंद्र यादव ने कहा कि उन्होंने ज्यादा देर ईवीएम खराब रहने वाले बूथों पर दोबारा मतदान की मांग की है। ईवीएम में खराबी के कारणों का पता लगाने के लिए चुनाव आयोग को अपने पर्यवेक्षक भेजने चाहिए।
गौरतलब है कि आज सुबह से ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी और कैराना से रालोद उम्मीदवार तब्बसुम हसन ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा उठा रहे हैं। अखिलेश यादव ने भीषण गर्मी में लोगों को कतारों में खड़े रख मताधिकार से वंचित रखने पर सवाल उठाया तो जयंत चौधरी ने इसे चुनावी प्रक्रिया की नाकामी करार दिया है।
रालोद प्रत्याशी तब्बसुम हसन ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए ऐसे 154 बूथों की जानकारी भेजी है जहां ईवीएम या वीवीपीएटी सिस्टम में खराबी की शिकायत मिली। उनका कहना है कि पहले तो रमजान के दौरान जनबूझकर चुनाव कराए गए, फिर मुस्लिम और दलित बहुल क्षेत्रों में खराब वोटिंग मशीनों को बदला नहीं जा रहा है। अखिलेश यादव के ट्ववीट के मुताबिक, शामली, कैराना, गंगोह, नकुड, थानाभवन और नूरपुर के लगभग 175 पोलिंग बूथों से EVM-VVPAT मशीन के ख़राब होने की शिकायत मिली है।
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— Samajwadi Party (@samajwadiparty) May 28, 2018