10 मार्च को पंजाब विधानसभा का बजट सत्र समाप्त होने के अगले दिन से ही मंत्रीमंडल में फेरबदल की अटकलें तेज हो गई हैं। करीब ढेड साल पहले कैप्टन अमरिदंर सिंह की केबिनेट से किनारा करने वाले नवजोत सिंह सिद्धू को मंत्रीमंडल में फिर से शामिल किए जाने की तैयारी है। विभाग कितना अहम होगा या पहले की तरह ही बिजली और सांस्कृतिक जैसे मंत्रालय दे सिद्धू को कैप्टन निपटा देंगे,यह अभी नहीं कहा जा सकता,पर सिद्धू को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा कांग्रेस के सियासी गलियारों में हैं। सिद्धू के साथ किसी दलित चेहरे काे भी अगले एक वर्ष के लिए उपमुख्यमंत्री पद दिए जाने की चर्चा है। ताकि राज्य में 32 फीसदी दलित मतदाताओं को अपने पाले में ला कांग्रेस 2022 के विधानसभा चुनाव की जीत पक्की कर सके। पंजाब के दोआबा और माझा इलाके में दलित मतदाताओं की भारी संख्या है इसलिए इन्हीं इलाकों से किसी चेहरे को दलित मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। दलित विधायकों में मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार राज कुमार वेरका के अलावा केबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत व अरुणा चौधरी में से एक हो सकता है।
इधर बजट सत्र के आखिरी दिन चंडीगढ़ के पंजाब भवन में नवजोत सिंह सिद्धू व पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत की नाश्ते पर हुई चर्चा दौरान रावत ने सिद्धू से कांग्रेस की भावी चुनावी रणनीति पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। रावत पहले ही कह चुके थे कि बजट सत्र के बाद कांग्रेस सिद्धू को अहम जिम्मेदारी दिए जाने बारे फैसला लेगी। इस मुलाकात बारे रावत ने कहा कि सिद्धू से यह उनकी औपचारिक मुलाकात थी। हालांकि इससे पहले रावत स्पष्ट कर चुके हैं कि जल्द ही तय कर दिया जाएगा कि सिद्धू राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस पार्टी के लिए कार्य करेंगे या राज्य स्तर पर कोई जिम्मेदारी निभाएंगे। खुद सिद्धू भी स्पष्ट कर चुके हैं कि राहुल गांधी उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपेंगे, उन्हें स्वीकार होगी।
करीब दो महीने पहले सिद्धू को लंच डिप्लोमेसी के जरिए साधने वाले कैप्टन अमरेंद्र और सिद्धू के बीच संवाद की शुरुआत भी दो महीने से ठप है। रावत से 10 मार्च को हुई मुलाकात के बाद सिद्धू जल्द ही कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ मुलाकात कर सकते हैं। पिछले 18 महीने से विधानसभा के तमाम सत्रों से गायब रहने वाले सिद्धू ने इस बार विधानसभा के बजट सत्र में सरकार के पक्ष में अपनी उपस्थिति जोर-शोर से दर्ज करा कैप्टन के प्रति अपने गिले-शिकवे दूर होने का संकेत दिया है कांग्रेस के गलियारों में चर्चा है कि सिद्धू की सक्रियता उनकी कैप्टन टीम में वापसी के ही संकेत हैं। हरीश रावत ने स्पष्ट किया है कि नवजोत सिंह सिद्धू पर जो भी निर्णय होगा, वह सिद्धू की क्षमता और भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखकर किया जाएगा। बताया जा रहा है कि हाल में नियुक्त हुए कैप्टन के प्रधान सलाहकार प्रशांत किशोर ने भी सिद्धू को कांग्रेस के पाले में मजबूती से खड़ा करने की सलाह दी है ताकि स्टार प्रचारक के तौर पर सिद्धू 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी के चुनावी अभियान को धार दे सकें।