बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने एक बार फिर बढ़ती बेरोजगारी को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना है। मायावती ने बढ़ती बेरोजगारी को राष्ट्रीय समस्या करार देते हुए इसके लिए सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है।
मायावती ने बेरोजगारी पर सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के हवाले से ट्वीट कर कहा, ‘देश में बेरोजगारी ज्वलन्त राष्ट्रीय समस्या है। सरकारी आंकड़े गवाह हैं कि पिछले सालों में गांवों के युवाओं में बेरोजगारी की दर तीन गुना बढ़ गई है जो इस धारणा के विपरीत है कि शहरों की तुलना में गांवों में बेरोजगारी कम रहती है'। उन्होंने पूछा ‘क्या सरकारी नीतियां इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं?'
बता दें कि देश में रोजगार की स्थिति को लेकर हाल ही में जारी आधिकारिक आंकड़ों में शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण इलाकों में बेरोजगारी की दर बढ़ने की बात सामने आयी है।
‘दुष्कर्म एवं हत्या की दर्दनाक घटना लोगों को विचलित कर रही है’
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राज्य में मासूम बच्चियों के खिलाफ हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर भी चिंता जतायी है। उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ के बाद अब हमीरपुर में पांचवी कक्षा की मासूम छात्रा को अगवा कर उसके साथ दुष्कर्म एवं हत्या की दर्दनाक घटना लोगों को विचलित कर रही है। लोग आक्रोशित हो रहे हैं। इन घटनाओं की रोकथाम हेतु समाज एवं सरकार को और ज्यादा सख्त व संवेदनशील होने की जरूरत है'।
‘लापता विमान का अब तक कोई सुराग न मिल पाने से जनता स्वाभाविक तौर पर चिन्तित'
वहीं, बसपा अध्यक्ष ने वायु सेना के एक लापता विमान के बारे में अब तक कोई सुराग नहीं मिलने पर चिंता व्यक्त करते हुये एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘भारतीय वायुसेना के एएन-32 विमान और उसमें सवार 13 सैनिकों का सीमावर्ती अरूणाचल प्रदेश में अब तक कोई सुराग न मिल पाने से जनता स्वाभाविक तौर पर चिन्तित है'।
‘पड़ोसी से झगड़ा करके कोई भी खुश नहीं रह सकता। खुद पाकिस्तान इसकी मिसाल है’
इससे पहले मायावती ने बीजेपी की अगुवाई वाली मोदी सरकार पर दक्षिण एशियाई देशों के संगठन दक्षेस को नजरंदाज करने का आरोप लगाया था। मायावती ने कहा कि यह नीति भारत के हित में नहीं है और पड़ोसी के साथ झगड़ा करके कोई खुश नहीं रह सकता। उन्होंने इस संबंध में ट्वीट भी किया। मायावती ने शनिवार को ट्विटर पर लिखा, ‘भारत में नेपाल के राजदूत की यह बात समझदारी वाली है कि बिमस्टेक (BIMSTEC) संगठन दक्षिण एशियाई देशों के सार्क (SAARC) का विकल्प नहीं हो सकता।'
उन्होंने सरकार को सुझाव देते हुए कहा, ‘पड़ोसी से झगड़ा करके कोई भी खुश नहीं रह सकता। खुद पाकिस्तान इसकी मिसाल है, जिसके रिश्ते उसके पड़ोसी देशों के साथ अच्छे नहीं है और वह गर्त में जा रहा है।'