मायावती ने मौर्य की रैली पर चुटकी लेते हुए कहा कि पिछले कई महीने से रात-दिन मेहनत की जा रही थी। उत्तर प्रदेश के लोगों को विधानसभा चुनाव में टिकट दिलाने का आश्वासन दिया जा रहा था। भाजपा ने अपनी इज्जत बचाने के लिए अपने समर्थकों की भीड जुटाई इसके बावजूद बसपा के बागी मौर्य की रैली फ्लॉप रही। अब तो खुद भाजपा को लग रहा है कि खोदा पहाड़ और निकली चुहिया। उन्होंने कहा कि मौर्य का कार्यक्रम उसी तरह विफल रहा, जैसे कुछ दिन पूर्व बसपा के एक अन्य बागी जुगल किशोर का दलित आयोजन रहा था। उसमें भी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के शामिल होने की वजह से भीड़ जुटाने के लिए भाजपा ने पूरी ताकत झोंकी थी।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, एक दलित की बेटी अच्छे बंगले में रहे, ये बात जातिवादी मानसिकता रखने वाली भाजपा और उसके शीर्ष नेतृत्व अमित शाह को हजम नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि उनके भाषण से ये भी स्पष्ट होता है। उल्लेखनीय है कि दिन में रैली के दौरान अमित शाह ने मायावती के दिल्ली स्थित बंगलों का उल्लेख करते हुए कहा, मायावती के जितने बंगले दिल्ली में हैं, उनकी ही कीमत दलितों में बांट देतीं तो हर दलित के घर में एयरकंडीशन लग गया होता।