कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंचायत चुनाव के दौरान केंद्रीय बलों को राज्य में आने में देरी करने का निर्देश दिया था, ताकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को मतों की लूट करने में मदद मिल सके।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि नयी दिल्ली में भाजपा और टीएमसी के बीच एक समझौता हो गया है और “इस एहसान के बदले में” टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी 2024 के लोकसभा चुनावों में भगवा पार्टी के खिलाफ एकजुट विपक्ष की लड़ाई में “खेल बिगाड़ेंगी।”
चौधरी ने कहा, “केंद्रीय गृह मंत्री और नयी दिल्ली में भाजपा के निर्देशों के तहत केंद्रीय बलों को बंगाल आने में देर हुई। उनका बंगाल में टीएमसी के साथ समझौता है और यही कारण है कि केंद्रीय बलों को आने में देर हुई। उन्होंने टीएमसी को मतों की लूट का अवसर दिया, ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि भविष्य में दीदी (ममता बनर्जी) प्रस्तावित विपक्षी मोर्चे को तोड़ने के लिए ‘गद्दार’ के तौर पर काम करेंगी।”
चौधरी पुरुलिया जिले में शनिवार को हुए बम धमाके में मारे गए पार्टी के एक कार्यकर्ता के घर पहुंचने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा में 15 लोग मारे गए हैं।