केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों पर अपनी पहली टिप्पणी में भाजपा ने सोमवार को कहा कि उन्होंने इस विवाद पर अपना पक्ष रख दिया है और मुद्दा यह नहीं है कि पार्टी उनसे सहमत है या असहमत।
भाजपा प्रवक्ता जी वी एल नरसिम्हा राव से प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछा गया था कि क्या सत्ताधारी पार्टी कई महिलाओं की ओर से अकबर के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर उनके बयान से सहमत है। राव ने कहा, ‘‘मामला सहमत या असहमत होने का नहीं है। उन्होंने अपना पक्ष सामने रख दिया है।’’
विदेश राज्य मंत्री अकबर ने रविवार को अपने खिलाफ लगे आरोपों को ‘‘गलत, मनगढ़ंत और आधारहीन’’ करार दिया और कहा कि वह आरोप लगाने वालों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि का दावा किया है। अकबर के इस्तीफे की बढ़ती मांग के बीच भाजपा के नेताओं एवं प्रवक्ताओं ने अब तक इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी थी।
कुछ महिला केंद्रीय मंत्रियों ने ‘मीटू’ मुहिम का समर्थन किया है। इस मुहिम के तहत विभिन्न क्षेत्रों की महिलाएं सामने आकर यौन उत्पीड़न के अपने अनुभव साझा कर रही हैं।