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टाउन हॉल में बोले मोदी, गाय के नाम पर दुकान चलाने वालों से गुस्सा आता है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माई गवर्नमेंट पहल की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर शनिवार को टाउन हॉल शैली में लोगों को संबोधित किया। अपने संबोधन में मोदी ने गौ रक्षा के नाम पर दुकान चलाने वालों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए ऐसे लोगों को असामाजिक तत्व बताया।
टाउन हॉल में बोले मोदी, गाय के नाम पर दुकान चलाने वालों से गुस्सा आता है

अपनी सरकार के दो साल पूरे होने के अवसर पर शनिवार को पीएम मोदी ने दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम के टॉउनहाल में जनता से सीधा संवाद किया। कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मोदी ने पीएमओ एप का उद्घाटन भी किया जिसके जरिये 10 भाषाओं में जानकारी दी जाएगी। इस एप को 6 छात्रों ने मिलकर बनाया है। कार्यक्रम में लोगों से सीधे जुड़ते हुए पीएम मोदी ने उनके कई सवालों का जवाब भी दिया। इससे पहले अपने संबोधन में उन्होंने गौ रक्षा के नाम पर पिछले दिनों हुई हिंसक घटनाओं पर तीखी टिप्पणी की। खुद को गाय का हिमायती बताने वाले लोगों द्वारा दलितों के खिलाफ की गई हिंसा पर पहली बार बयान देते हुए मोदी ने ऐसे लोगों को असामाजिक तत्व बताया।

मोदी ने कहा, मुझे इस बात पर गुस्सा आता है कि लोग गाय की रक्षा के नाम पर दुकान चला रहे हैं। उनमें से अधिकतर असामाजिक तत्व हैं जो गाय रक्षा के नाम पर चेहरा छिपाते हैं। उन्होंने कहा, मैं राज्य सरकारों से कहूंगा कि ऐसे लोगों पर दस्तावेज तैयार करें क्योंकि उनमें से 80 फीसदी असामाजिक गतिविधियों में संलिप्त पाए जाएंगे जिसे कोई भी समाज मान्यता नहीं देगा। इस तरह का सहायता समूह चलाने का यह मतलब नहीं है कि दूसरों का उत्पीड़न किया जाए। प्रधानमंत्री ने कहा, गायों की मौत वध किए जाने से ज्यादा प्लास्टिक खाने से होती है। जो लोग जानवर की सेवा करना चाहते हैं उन्हें गायों को प्लास्टिक खाने से रोकना चाहिए, वही बड़ी सेवा होगी। गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश, गुजरात और मध्यप्रदेश सहित विभिन्न राज्यों में गाय रक्षकों द्वारा दलितों और मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं को लेकर अपनी सरकार और भाजपा की किरकिरी होने के बाद प्रधानमंत्री का यह बयान आया है।

विदेश नीति के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के राजनयिक संबंधों का मुख्य बिंदु भारत प्रथम होता है। उन्होंने कहा, हमारी विदेश नीति में सबसे पहले भारत होता है। यह भारत के सामरिक हितों की रक्षा करना, भारत की आर्थिक समृद्धि को दिन दूनी रात चौगुनी करने से जुड़ा होता है। मोदी ने कहा कि समय बदल गया है और दुनिया एक-दूसरे पर निर्भर हो गई है और कोई भी देश किसी निश्चित समूह में नहीं रह सकता। उन्होंने कहा कि अधिकतर मामलों में साथ मिलकर चलना ही मानदंड हो गया है। विदेशों में बसे भारतीयों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि वे भारत का संबंध विदेशी राष्ट्रों से मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और हमें उनकी शक्ति का प्रयोग करना चाहिए।

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