करनाल में इंटरनेट बंद कर किसानों की आवाज दबाने को लेकर कांग्रेस ने हरियाणा की भाजपा नीत सरकार पर और हमला बोला है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता, रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, “खट्टर सरकार ने लोगों का विश्वास और जनादेश खो दिया है और इसे छोड़ देना चाहिए। जब आपकी पार्टी तालिबान से बात कर सकती है, तो किसान क्यों नहीं।” उन्होंने कहा कि इंटरनेट को ब्लॉक करना तानाशाही है।
जिस स्थान पर महापंचायत होनी है, वहां बहुस्तरीय सुरक्षा तैनात की गई है। सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए केंद्रीय बलों सहित लगभग 30 बटालियनों को तैनात किया गया है।
हालांकि लोगों को करनाल मंडी की ओर जाने से रोकने के लिए बहुस्तरीय बैरिकेडिंग हैं, लेकिन आंदोलन कर रहे किसानों ने कहा कि वे किसी भी कीमत पर मौके पर पहुंचेंगे। करनाल स्थित भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) जगदीप सिंह चादुनी ने कहा, “अगर जरूरत पड़ी तो हम बैरिकेड्स तोड़ देंगे। कोई भी सुरक्षा किसानों को महापंचायत में शामिल होने से नहीं रोक सकती।”
चादुनी ने आईएएनएस को बताया कि बैठक के लिए राज्य भर से बड़ी संख्या में किसान एकत्रित होंगे। उन्होंने कहा, “लोग आने लगे हैं और वे जल्द ही मंडी पहुंचेंगे। सभी किसान नेता दोपहर तक मौके पर पहुंच जाएंगे और फिर महापंचायत शुरू हो जाएगी।”
करनाल मंडी में यहां एकत्र हुए किसानों ने कहा कि वे 28 अगस्त को पुलिस कार्रवाई का आदेश देने वाले आईएएस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी को निलंबित किया जाना चाहिए और विरोध के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी किसानों के परिवारों को मुआवजा दिया जाना चाहिए।
किसान महापंचायत करनाल की अनाज मंडी में है और फिर वे मिनी सचिवालय की ओर बढ़ने से पहले NH 44 पर विरोध मार्च निकालेंगे।