कांग्रेस ने डेटा लीक मामले में सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा, 'मोदी सरकार डेटा लीक सरकार, अबकी बार डेटा लीक सरकार। मोदी सरकार लगातार निजता पर वार कर रही है।'
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने आधार मामले का उदाहरण देते हुए कहा कि इस मामले से निजता का मामला जुड़ा है और डेटा लीक मामले से लोगों की निजता खतरे में पड़ गई है। सरकार ने न्यायालय में निजता वाले फैसले का पुरजोर तरीके से विरोध किया था। काश, 13 फीट लंबी ऊँची और 5 फीट मोटी दीवारों के पीछे डेटा रख सकते। आज तो डेटा के लिए बटन दबाना पड़ता है और हवा में चलता है डेटा। ये तर्क सुप्रीम कोर्ट में आधार मामले में केंद्र सरकार ने दिया है। ये दुर्भाग्य है कि निजता पर ये सरकार सीधा और घातक वार कर रही है। मोदी सरकार क्यों आम लोगों का डेटा बिना उनकी सहमति के निजी 'नमो एप' के जरिए खतरे में डाल रही है। मोदी सरकार के लिए आईटी का मतलब 'आइडेंटिटी थेफ्ट' है। आज बैंक में लूट मची है। कभी नमो एप, कभी किसी एप का डेटा लीक हो जाता है, तो बैंकों का डेटा कितना सुरक्षित है?
सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस के लोग नेट पर या मिस्ड कॉल के जरिए मेंबरशिप नहीं लेते बल्कि वह सीधे ही मेंबर बनते हैं। आईएनसी एप पर केवल 15 हजार डाउनलोड हुए हैं। सीधे तौर पर भाजपा के आरोप गलत हैं।
बता दें कि नमो ऐप से डाटा लीक के आरोप के बाद अब कांग्रेस के ऐप और वेबसाइट से डाटा लीक होने के विवाद के बाद पार्टी की ओर से अपना ऐप गूगल प्ले स्टोर से हटा लिया है। साथ ही मेंबरशिप वेबसाइट को भी हटा दिया गया है। भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने सिंगापुर के सर्वर पर डेटा लीक किया है।
भाजपा के आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने भी एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा, 'हाय! मेरा नाम राहुल गांधी है। मैं देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी का अध्यक्ष हूं। जब आप हमारे आधिकारिक ऐप को साइन अप करेंगे तो हम आप से जुड़ा पूरा डाटा सिंगापुर के दोस्तों को दे देंगे।' इस ट्वीट के साथ ही उन्होंने एक ग्राफिक भी शेयर किया है। इससे पहले राहुल गांधी ने ट्वीट के जरिए 'नमो एप' पर डेटा लीक करने का आरोप लगाया था।