यह दिलचस्प है कि बलिया हर बार मोदी के लिये भाग्यशाली रहा है और राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो उन्होंने विकासात्मक के साथ-साथ राजनीतिक मकसद के लिये इस बार भी बलिया को ही चुना है। कहना गलत नहीं होगा कि मोदी का यह दौरा भाजपा के लिये विधानसभा चुनाव का औपचारिक शंखनाद होगा। भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर पूर्वांचल के खासकर गरीब तबकों में उत्साह है कि अब उनके घर की रसोई भी धुआंमुक्त होगी। यह जाहिर है कि केन्द्र सरकार के अच्छे कामों का फायदा प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को ही होगा।
यह एक संयोग ही है कि सितम्बर 2001 में मोदी ने बलिया का दौरा किया था और एक ही सप्ताह बाद ही वह अप्रत्याशित रूप से गुजरात के मुख्यमंत्री बनाये गये थे। इसके अलावा वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में अपने प्रचार अभियान का समापन भी उन्होंने बलिया में ही किया था और वह देश के प्रधानमंत्री बन गये।
राजनीतिक प्रेक्षकों के मुताबिक प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अभी करीब 10 माह बाकी हैं लेकिन आगामी 19 मई को पश्चिम बंगाल और असम समेत कई विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद भाजपा अपना पूरा ध्यान उत्तर प्रदेश पर लगायेगी। इसके लिये उसे एक ठोस शुरुआत की जरूरत थी जो मोदी बलिया में उज्ज्वला योजना के जरिये मुहैया कराएंगे। अब देखना यह है कि बलिया से उज्ज्वला योजना की शुरुआत करने से आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा की सम्भावनाएं कितनी रोशन होती हैं।