मीडिया के अनुसार सत्ता में होने के बावजूद आज भाजपा कार्यकर्ता, सांसद अपने मंत्रियों के खिलाफ शिकायत करने के लिए तैयार बैठे हैं। इस पर नियंत्रण के लिए भाजपा ने एक विशेष रणनीति बनाई। इसके तहत पार्टी सांसदों को 60-60 के ग्रुप में बांटा गया और डिनर पर पहली मुलाकात विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और दूसरी गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ रखी गई। पहली मुलाकात में स्वयं पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के अलावा पार्टी के कई पदाधिकारी मौजूद थे।
सूत्रों की माने तो बैठक में कई सांसदों ने मोदी से शिकायत की कि मंत्री से मिलने के लिए पार्टी सांसदों को कई दिन चक्कर काटने पड़ते हैं काम करवाना तो दूर की बात है।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ हुई डिनर मीटिंग में पार्टी सांसद प्रवेश वर्मा ने अमित शाह के सामने ये तक कह डाला कि जानबूझकर एक केंद्रीय मंत्री उनके संसदीय क्षेत्र के प्रोजेक्ट्स को रोकने में लगे हैं। जिनसे जनता का नुकसान तो हो ही रहा है पार्टी की प्रतिष्ठा पर भी ठेस लग रही है। प्रवेश वर्मा की बात का समर्थन कई और सांसदों ने भी किया।
अध्यक्ष अमित शाह ने उनसे कहा कि वो बतौर सांसद अपनी शक्ति को पहचाने। अपने क्षेत्र का जिम्मा पूरी तरह अपने हाथ में ले और केंद्र की नीतियों को पहुचायें। मंत्रियाें सेे खुलकर बात करें।