निचले असम के बारपेटा जिले में सारूखेतरी क्षेत्र में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए गुरुवार को सोनिया गांधी ने कहा, मोदीजी जब विदेश जाते हैं तब सबको गले लगाते हैं और आवाम को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं पर देश में वापस आकर नफरत फैलाते हैं। उन्होंने कहा, असम में सांप्रदायिकता का खतरा बढ़ रहा है क्योंकि भाजपा सांप्रदायिकता फैलाने और समाज को बांटने में लगी हुई है जो सदियों से प्रेम, शांति और सौहार्द्र के सिद्धांत से रह रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, असम सौहार्द्र का जगमगाता उदाहरण है जहां के लोग शंकरदेव और अजान फकीर के उपदेशों का अनुसरण करते हैं। मोदीजी और उनके मंत्री राज्य में झूठे वादे कर रहे हैं और लोगों को बांटने का काम कर रहे हैं। सोनिया ने हमला जारी रखते हुए कहा, भाजपा की सांप्रदायिक राजनीति का नियंत्रण नागपुर से होता है और यह लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
सोनिया ने कहा कि कांग्रेस की विकास की योजना में हमेशा सभी धर्मों, जातियों और पंथों के लोगों को शामिल किया जाता था और सभी दलों को साथ लेकर चला जाता था। उन्होंने कहा, कांग्रेस जोड़ने का काम करती है, भाजपा तोड़ने का काम। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का संविधान और लोकतंत्र में विश्वास नहीं है और असम में कांग्रेस की सरकार को अस्थिर करने और अरूणाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड की चुनी हुई सरकारों को हटाने से यह स्पष्ट होता है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, प्रधानमंत्री हमारी आवाज दबाने को उत्सुक हैं और संविधान पर हमला करने वालों को नहीं रोक रहे हैं। वह हमारे देश की परंपराओं को भूल गए हैं। वह हमारी गंगा जमुनी तहजीब को भूल गए हैं। और हमारी परंपराओं का माखौल उड़ा रहे हैं।