मुजफ्फरपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मुजफ्फरपुर में परिवर्तन रैली को संबोधित किया। रैली में लोगों का हुजूम देखकर पीएम ने इस पर खुशी जतायी। इस रैली के साथ ही पीएम ने बिहार में चुनाव अभियान की शुरुआत कर दी है। रैली में मोदी ने लालू और नीतीश पर जमकर निशाना साधा।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा, उन्होंने राज्य में विकास महज इसलिए रोक दिया कि वह उन्हें (मोदी को) पसंद नहीं करते। नीतीश कुमार ने ना सिर्फ मेरी बल्कि बिहार के लोगों की पीठ में भी छूरा घोंपा है। मोदी ने कहा कि उनके विरूद्ध अस्पृश्यता का पालन करने वाले नीतीश कुमार के राजनीतिक डीएनए में समस्या है, उन्होंने मतदाताओं से ऐसी राजनीति खारिज करने का आह्वान किया। मोदी ने कहा कि मैं बिहार में बदलाव लाना चाहता हूं, यहां सेवा करने का मौका मांगने आया हूं, बिहार में मुझे मौका दीजिए, हम साठ महीने में परिवर्तन ला देंगे।
मोदी ने नीतीश पर हमला करते हुए कहा, 'मैं इतना बुरा था तो कमरे में आकर चांटा मार दिया होता। गला घोंट दिया होता। आपको मुझसे नफरत थी लेकिन आपने तो बिहार के विकास का ही गला घोंट दिया। बिहार चुनाव युवाओं का भविष्य बदलने के लिए है। महिलाओं को सुरक्षा दिलाने के लिए है। आपने सबको आजमा लिया है अब एक बार हमें भी आजमा लीजिए। बिहार को मैं कितनी प्राथमिकता देता हूं इस बात से भी अंदाजा लगा सकते हैं कि बिहारी सांसदों को केंद्र में अहम जिम्मेदारियां दी हैं। जो यह कहते थे कि हम मोदी को बिहार में नहीं आने देंगे, प्रवेश नहीं करने देंगे यदि उनकी सरकार बनती है तो क्या वे विकास कर पाएंगे? क्या केंद्र से लड़ाई करने वाली सरकार बिहार का विकास कर पाएगी?'
नीतीश के साथ ही मोदी लालू पर भी हमलावर हुए। मोदी ने कहा कि आपने सभी यदुवंशियों को जहर पीने पर मजबूर कर दिया। मोदी ने कहा कि आप सत्ता के लालच में जहर पीने की बात कर रहे हैं। जहां विकास, सड़क और कराखानों की बात होनी चाहिए वहां सांप और जहर की बात हो रही है। लेकिन बिहार की जनता को तो जहर पीने पर मजबूर मत करो। बिहार की जनता को पानी चाहिए। पीएम ने कहा कि लालू अपने बेटे-बेटियों के लिए व्यवस्था करने में लगे हैं।
"नीतीश के डीएनए में दिक्कत"
पीएम ने कहा, 'एक वक्त बिहार में मेरी पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक थी। नीतीश ने मेरी पार्टी को खाने पर बुलाया था लेकिन उन्होंने थाली छीन ली। क्या बिहार में थाली परोस वापस लेने की पंरपरा है? लालू जी आपने तो जहर का पान अब किया मैंने तो पहले ही किया था। इनकी डीएनए में समस्या है। यह लोकतंत्र का डीएनए नहीं है। इस रैली में मोदी ने आरजेडी का मतलब 'रोजाना जंगल राज का डर' बताया। मोदी ने रैली में आए लोगों से पूछा कि क्या आपको रोजाना जंगल राज का डर चाहिए?
मोदी ने कहा कि मैंने बिहार में कई योजनाओं का उद्घाटन किया। हजारों-करोड़ों रुपये का पैकेज दिया। 2010 से 15 में पिछली सरकार ने बिहार को डेढ़ लाख करोड़ दिया था। मैंने बिहार को पौने चार लाख करोड़ रुपया देने का फैसला किया है। मोदी ने कहा, 'पीएम बनने के बाद पहली विदेश यात्रा में भूटान गया। वहां जाने के बाद पहला करार बिजली पर किया। वहां इस योजना का शिलान्यास किया। भूटान से जो बिजली पैदा होगी उसका सबसे ज्यादा हिस्सा बिहार को मिलेगा। इसके बाद मैंने नेपाल की यात्रा की और वहां भी इसी तरह का करार किया। बिहार में 300 मेगावॉट बिजली का उत्पादन है। क्या इतनी बिजली से बिहार का भला होगा? पीएम ने बिहार में बरौनी की बंद फर्टिलाइजर फैक्ट्री को फिर से शुरू करने की घोषणा की। मोदी ने कहा कि इस फैक्ट्री की शुरुआत हम 5 हजार करोड़ रुपये से करने जा रहे हैं।
मोदी ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले चुनाव में नीतीश कुमार ने कहा था कि यदि वो पूरे बिहार में बिजली मुहैया कराने में असफल रहेंगे तो 2015 में चुनाव के लिए वोट नहीं मांगेंगे। क्या आप सभी को बिजली मिल गई है। लेकिन नीतीश दोबारा वोट मांगने आ गए हैं। मोदी ने कहा कि नीतीश ने सिर्फ उनके साथ ही राजनीतिक अस्पृश्यता का खेल नहीं खेला बल्कि महादलित जाति से जुड़े जीतनराम मांझी की पीठ में भी छूरा भोंका है।