मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने संकेत दिए हैं कि भाजपा को हराने के लिए उनकी पार्टी राज्य विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से तालमेल कर सकती है। उन्होंने गुरुवार को भोपाल में पत्रकारों के साथ बात करते हुए कहा कि पहले भी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस का सपा के साथ गठबंधन रहा है।
समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार, कांग्रेस नेता ने कहा कि वह चाहते हैं की समान विचारधारा वाली पार्टियां चुनाव के दौरान साथ आएं। इसके लिए हम दूसरी पार्टियों से गठबंधन के लिए बातचीत करेंगे। भाजपा विरोधी गठबंधन बनाए जाने के का कारण बताते हुए कमलनाथ ने कहा कि 2014 में हुए चुनाव में कुल पड़े वोटों में भाजपा ने 31 फीसदी वोट हासिल किए जबकि 69 फीसदी वोट उसके खिलाफ थे। इसके बावजूद भाजपा यह दावा करती है कि लोगों का बहुमत उसके साथ है। उन्होंने कहा कि वे नहीं चाहते कि धर्मनिरपेक्ष वोटों का बंटवारा हो इसलिए वे जल्द ही दूसरी पार्टियों से बात करना शुरू करेंगे।
कमलनाथ का बयान कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण के एक दिन बाद आया है। कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष के दिग्गजों का जवावड़ा लगा था। इसमें एकजुट विपक्ष की झलक दिखाई पड़ी थी।
दूसरी ओर, को आर्डिनेशन कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी कहा है कि उनका मुख्य लक्ष्य विधानसभा चुनाव में पार्टी को जीत दिलाना है। मध्य प्रदेश में भाजपा 2003 से सत्ता में है। यहां इसी साल चुनाव होने वाले हैं।
कांग्रेस और सपा ने पिछले साल उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव मिलकर लड़ा था। इसके बाद भी भाजपा 325 सीटें जीत कर सरकार बनाने में सफल हो गई थी जबकि कांग्रेस-सपा गठबंधन को मात्र 54 सीटें हासिल हुईं थी।