सोमवार को मुलायम ने बड़ा बयान देते हुए कहा, अखिलेश ही यूपी के सीएम प्रत्याशी हैं। उन्होंने प्रचार का आश्वासन भी दिया। इस तरह वे सपा के साथ ही कांग्रेस के लिए वोट मांगने को राजी हो गए। मुलायम ने कहा, मैं शुरू से अखिलेश के साथ था। अब पुरानी बातें भूलाकर आगे बढ़ने का वक्त है। मंगलवार से मैं सपा और कांग्रेस दोनों के लिए प्रचार करूंगा।
शिवपाल यादव और अमर सिंह को लेकर मुलायम ने तस्वीर साफ की। उन्होंने कहा, शिवपाल ने गुस्सा में आकर अलग पार्टी बनाने की बात कही थी। अमर सिंह शुरू से मेरा सम्मान करते हैं।
आजम खान ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रावण करार दिया है। इस पर मुलायम बोले- मैं प्रधानमंत्री पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।
इसके साथ ही मुलायम ने मैनपुरी में सभा करने को लेकर भी सहमति दी। ऐसे में यादव परिवार में विवादों पर जल्द ही विराम लग सकता है। इसके पहले मुलायम सिंह यादव ने स्पष्ट किया कि वो शिवपाल यादव के लिए 11 फरवरी से प्रचार करेंगे। इसके बाद वह मैनपुरी में सपा के पक्ष में 13 फरवरी को रैली को संबोधित करेंगे।
सपा-कांग्रेस के साथ आने के बाद मुलायम ने कहा था कि वह गठबंधन के लिए प्रचार नहीं करेंगे। यही नहीं उन्होंने अपने समर्थक कार्यकर्ताओं को कांग्रेस के लिए छोड़ी गई 105 सीटों पर नामांकन को भी कह दिया था।