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मुंबई मेयर के चुनाव में भाजपा की तरफ से सभासदों को 3 करोड़ का ऑफर : कांग्रेस

मुंबई में महापौर चुनाव के लिए अब जोड़-तोड़ का खेल जारी है। जैसे जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है भाजपा ने दूसरे दलों के सभासदों को तोड़ने की मुहिम तेज कर दी है। मुंबई कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा की तरफ से कांग्रेस के कुछ सभासदों को तीन करोड़ रुपये देने का ऑफर दिया जा रहा है। ऐसा ही एक ऑफर कांग्रेस के टिकट पर नवनिर्वाचित मुस्लिम सभासद को दिया गया है।
मुंबई मेयर के चुनाव में भाजपा की तरफ से सभासदों को 3 करोड़ का ऑफर : कांग्रेस

इस सभासद ने इस बात की शिकायत मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरुपम से की है। हालांकि भाजपा नेताओं ने उनके इस आरोप को बेबुनियाद बताते हुए बेनामी आरोपों पर प्रतिक्रिया देने से भी इनकार कर दिया। भाजपा नेताओं का कहना है कि निरुपम सबूतों के साथ आगे आएं।

संजय निरुपम का कहना है कि शिकायतकर्ता मुस्लिम सभासद ने उन्हें बताया है कि सुबह 8 बजे भाजपा के दो लोग उनके घर पर आए और उनसे भाजपा के पक्ष में आने पर 3 करोड़ रुपये का ऑफर दिया। हालांकि कांग्रेस सभासद ने यह ऑफर ठुकरा दिया।

निरुपम ने बताया कि एक तरफ तो भाजपा की तरफ से लगातार यह प्रचार झूठा किया जा रहा है कि कांग्रेस शिवसेना का साथ देने जा रही है, दूसरी तरफ पारदर्शिता की बात करने वाले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के लोग ही कांग्रेस के सभासदों की खरीद फरोख्त की कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हमारे कुछ सभासदों ने शिकायत की है कि भाजपा के लोग वक्त-बेवक्त उनके घर पहुंचकर उन्हें भाजपा के पक्ष में आने के लिए लालच दे रहा हैं। निरुपम ने कहा कि उन्हें अपने सभासदों पर भरोसा है और उन्होंने नवनिर्वाचित सभासदों को भाजपा की इस कथित पारदर्शिता को बेनकाब करके उनके फोन कॉल और अगर संभव हो तो सीसीटीवी रेकॉर्ड करने की सलाह दी है।

मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कांग्रेस के टिकट पर निर्वाचित एक क्रिश्चियन सभासद के पति को तो खुद भाजपा के वरिष्ठ मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने फोन करके भाजपा के पक्ष में आने का ऑफर दिया है। उन्होंने कहा कि वक्त आने पर वह दोनों सभासदों का नाम भी उजागर करेंगे।

निरुपम ने कहा कि उन्हें पहले से ही इस बात का अंदेशा था इसलिए उन्होंने अपने सभी 31 सभासदों को कोकण भवन में कांग्रेस ग्रुप के रूप में रजिस्टर कराया है। इतना ही नहीं महापौर चुनाव से पहले कांग्रेस तीन तरह से व्हिप जारी करने जा रही है। जिसमें पहली लिखित पत्र के रूप में होगी। दूसरी सभासद के व्यक्तिगत रजिस्टर्ड फोन पर मैसेज के रूप में होगी और तीसरी उन्हें फोन कर बताई जाएगी, जिसकी रिकॉर्डिंग की जाएगी।

महापौर चुनाव का मतदान सभासद हाथ खड़े करके करेंगे, इसलिए यह पता चल जाएगा कि किसने किसको वोट दिया है। अगर किसी सभासद ने पार्टी व्हिप का उल्लघंन किया तो उसकी सदस्यता रद्द हो जाएगी।

निरुपम ने कहा कि महापौर पद के चुनाव में शिवसेना और बीजेपी के उम्मीदवार के खिलाफ अपना उम्मीदवार खड़ा करने के लिए कांग्रेस-एनसीपी और समाजवादी पार्टी में सहमति बन चुकी है। जल्द ही विपक्ष महापौर पद के लिए अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान करेगा।

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