महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ विवादित बयान को लेकर नासिक पुलिस ने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को रत्नागिरी जिले से गिरफ्तार कर लिया। राणे जन आशीर्वाद यात्रा पर थे। इस पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नाराजगी जताई है। उन्होंने गिरफ्तारी को संवैधानिक मूल्यों का हनन बताया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से ना तो हम डरेंगे और ना ही दबेंगे।
नड्डा ने कहा कि बीजेपी को जन-आशीर्वाद यात्रा में मिल रहे अपार समर्थन से ये लोग परेशान है। हम लोकतांत्रिक ढंग से लड़ते रहेंगे, यात्रा जारी रहेंगी। वहीं, महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि केंद्रीय कैबिनेट मंत्री को गिरफ़्तार करना यह महाराष्ट्र के इतिहास में पहली बार हो रहा है। यह सत्ता का दुरुपयोग है। हम इसे सहन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि हर सांसद का कुछ अधिकार होता है उस अधिकारों का हनन हुआ है। लोकसभा के अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति को इस मामले में हमारे सभी सांसद याचिका सौपेंगे।
राणे के सहयोगी प्रमोद जाठार ने कहा था कि पुलिस के पास अरेस्ट वारंट भी नहीं था और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को गिरफ्तार करने पहुंच गई है।. उन्होंने बताया कि एसपी बार-बार बोल रहे थे कि उन्हें पांच मिनट में अरेस्ट करने को कहा गया है। उनके ऊपर बहुत दबाव है। जाठार ने कहा कि नारायण राणे एक केंद्रीय मंत्री हैं। ऐसे में गिरफ्तारी को लेकर प्रोटोकॉल का पालन करना होता है।
बता दें कि राणे ने दावा किया था कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं। राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान कहा था, ‘‘यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हो गए हैं। भाषण के दौरान वह पीछे मुड़कर इस बारे में पूछते नजर आए थे। अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता।’’ इसी बयान के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। नासिक के पुलिस आयुक्त दीपक पांडे ने नारायण राणे की तत्काल गिरफ्तारी के आदेश जारी किए।