कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम को तुरंत लागू नहीं किए जाने को लेकर केंद्र सरकार की मंशा पर सोमवार को सवाल उठाया। उन्होंने दावा किया कि यह सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का केवल एक जुमला भर है और महिलाओं को आरक्षण देने का भाजपा का कभी कोई इरादा नहीं था।
तन्खा ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम के नाम पर भाजपा को एक जुमला कहना था और केंद्र में सत्तारूढ़ दल ने यह कह दिया। उन्होंने कहा, ‘‘अब वे (भाजपा) कहते हैं कि जनगणना, सीटों के परिसीमन और आरक्षण के बाद यह अधिनियम वर्ष 2029 में लागू होगा। अब ईश्वर ही बताएगा कि यह अधिनियम 2029 में लागू होगा या 2039 में?’’
तन्खा ने दावा किया कि नारी शक्ति वंदन विधेयक इसलिए पेश किया गया क्योंकि सत्तारूढ़ भाजपा नये संसद भवन में एक कार्यक्रम आयोजित करना चाहती थी। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने इस विधेयक के नाम पर महज रस्म अदायगी की है और महिलाओं को आरक्षण देने का उसका कभी कोई इरादा नहीं था।’’
तन्खा ने दावा किया कि मध्यप्रदेश में भाजपा के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर है और ‘‘विश्वस्त सूत्रों’’ ने उन्हें आसूचना ब्यूरो (आईबी) की कथित रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि भाजपा को विधानसभा चुनावों में कुल 230 में से केवल 60-65 सीटें मिलेंगी।
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली के लिए संसद में अपशब्दों के इस्तेमाल की निंदा करते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि बिधूड़ी जैसे लोगों को जन प्रतिनिधि के रूप देखना शर्मनाक है।
तन्खा ने एक सवाल पर कहा कि सनातन धर्म ही नहीं, बल्कि किसी भी धर्म के खिलाफ ऐसा कोई बयान नहीं दिया जाना चाहिए जिससे लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचे।