प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लॉड्रिंग मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की पेशी के दूसरे दिन मंगलवार को उनसे छह घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें बुधवार को फिर से पेश होने के लिए कहा गया है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से दो दिनों में अब तक करीब 55 सवाल पूछे गए। उनसे ऐसे ही सवाल पूछे गए जो राहुल गांधी से पूछे गए थे।
सोनिया गांधी अपना बयान दर्ज कराने के बाद मंगलवार शाम सात बजे से ठीक पहले मध्य दिल्ली स्थित एजेंसी के कार्यालय से निकल गईं। कांग्रेस नेता अपने जेड प्लस सशस्त्र सुरक्षा कवर के साथ सुबह करीब 11 बजे ईडी कार्यालय पहुंची थीं और अपने बच्चों राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ थीं। जबकि प्रियंका गांधी ईडी कार्यालय में रुकी थीं, राहुल गांधी इसके तुरंत बाद चले गए।
अधिकारियों ने कहा कि प्रियंका गांधी ईडी कार्यालय के दूसरे कमरे में थीं, ताकि जरूरत पड़ने पर वह अपनी मां से मिल सकें और उन्हें दवाएं या चिकित्सा सहायता मुहैया करा सकें। कांग्रेस अध्यक्ष एक बार दोपहर 2 बजे के आसपास ईडी कार्यालय से निकले और लंच ब्रेक के बाद दोपहर के लगभग 3:30 बजे लौटं।
75 वर्षीय कांग्रेस अध्यक्ष के बयानों की पूछताछ और रिकॉर्डिंग प्रारंभिक औपचारिकताओं के बाद सुबह 11:15 बजे शुरू हुई, जिसमें सम्मन का सत्यापन और उपस्थिति पत्र पर हस्ताक्षर करना शामिल था। 21 जुलाई को उससे दो घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई जब उसने एजेंसी द्वारा पूछे गए 28 सवालों के जवाब दिए। माना जाता है कि रायबरेली से लोकसभा सांसद से नेशनल हेराल्ड अखबार और मामले में जांच के दायरे में आने वाली कंपनी यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के साथ उनकी संलिप्तता के बारे में सवाल पूछे गए थे।
राहुल गांधी से भी इसी मामले में एजेंसी 50 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ कर चुकी है। कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई को राजनीतिक द्वेष की भावना से की गई कार्रवाई करार दिया है। मंगलवार को राहुल गांधी और कांग्रेस के कई अन्य सांसदों ने संसद भवन से मार्च निकाला। ये सभी राष्ट्रपति भवन की तरफ बढ़ने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें विजय चौक पर रोक दिया। इसके बाद इन नेताओं ने वहां धरना दिया। राहुल गांधी जमीन पर बैठ गए। फिर पुलिस ने राहुल और अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया। हिरासत में लिए जाने से पहले राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘मोदी जी राजा हैं और भारत में पुलिस राज है।’’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तस्वीर के साथ ट्वीट किया, ''तानाशाही देखिए, शांतिपूर्ण प्रदर्शन नहीं कर सकते, महंगाई और बेरोज़गारी पर चर्चा नहीं कर सकते। पुलिस और एजेंसियों का दुरूपयोग करके, हमें गिरफ़्तार करके भी, कभी चुप नहीं करा पाओगे। 'सत्य' ही इस तानाशाही का अंत करेगा।''