राजनीति में मुलाकात ऐसे ही नहीं होते हैं। इसके कुछ ना कुछ सियासी मायने होते हैं। आज यानी मंगलवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। इससे पहले भी पवार और पीएम मोदी की मुलाकात हो चुकी है। अब सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है कि जहां एक तरफ शरद पवार लगातार विपक्षी दलों को एकजुट कर पीएम मोदी के खिलाफ नया मोर्चा खड़ा करने की कोशिश में हैं। वहीं, ये मुलाकात कुछ कह रही है।
हालांकि, खबर ये है कि महाराष्ट्र में बाढ़ और बारिश से बिगड़े हालात को लेकर अमित शाह से शरद पवार मिल रहे हैं। लेकिन, इससे इतर कुछ और सियासी रंग चढ़ने के संकेत भी मिल रहे हैं। गौरतलब है कि इससे पहले अहमदाबाद में भी शरद पवार और अमित शाह की कथित मुलाकात हुई थी।
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2024 चुनाव को लेकर विपक्षी दलों की तरफ से लगातार थर्ड फ्रंड तैयार करने की कोशिशें तेज है। कहा ये भी जा रहा है कि शरद पवार खुद को प्रधानमंत्री की रेस में देख रहे हैं जबकि इसमें पहले से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी के साथ-साथ बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी हैं। ममता लगातार सक्रिय हैं। पिछले दिनों अपने पांच दिनों के दिल्ली दौरे पर ममता ने कांग्रेस के कई दिग्गजों से मुलाकात की थी। हालांकि, उन्होंने इसके बाद कहा था कि चेहरा कौन होगा ये कहा नहीं जा सकता। कोई भी हो सकता है। लेकिन, अभी मुख्य मकसद मोदी के खिलाफ मोर्चा तैयार करना है।
वहीं, चर्चा इस बात की भी है कि शरद पवार राष्ट्रपति बनने की जुगत में हैं। हालांकि, इस पर अभी तक कोई पुष्ट खबर नहीं है। महाराष्ट्र में इस वक्त महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की अगुवाई वाली कांग्रेस-शिवसेना-एनसीपी की ठाकरे सरकार है। एक तरफ कांग्रेस कह रही है कि आगामी सभी चुनाव कांग्रेस अकेले लड़ेगी। वहीं, एनसीपी और शिवसेना मिलकर चुनाव लड़ने की बात कह रही है।
कुछ महीने पहले जब दिल्ली में शरद पवार की एक बैठक हुई थी जिसमें विपक्षी दल शामिल हुए थे तो इसमें कांग्रेस नहीं थी। इस पर ये कहा गया कि क्या शरद पवार कांग्रेस के बिना थर्ड फ्रंड की तैयारी में हैं। हालांकि, बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि कांग्रेस के बिना ये संभव नहीं है। वहीं, आउटलुक से पिछले दिनों बातचीत में कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा था इस वक्त बस एक ही मकसद मोदी सरकार को रोकना है।