हरियाणा में जींद विधानसभा में लगभग 75 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। जींद सीट पर कांग्रेस ने राष्ट्रीय प्रवक्ता और कैथल से विधायक रणदीप सिंह सुरजेवाला को टिकट दिया है तो भाजपा ने दिवंगत विधायक डॉ हरिचंद मिड्ढा के बेटे कृष्ण मिड्ढा और जननायक जनता पार्टी ने दिग्विजय चौटाला को उम्मीदवार बनाया है। नतीजे 31 जनवरी को घोषित किए जाएंगे।
जींद की सीट इनेलो के पास थी। इनेलो के विधायक डॉ हरिचंद के निधन से खाली हुई इस सीट पर भाजपा ने उनके बेटे को उम्मीदवार बनाया है।
राजनीतिक दलों की प्रतिष्ठा से जुड़ा है यह उपचुनाव
यह उपचुनाव सिर्फ राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा से ही नहीं जुड़ा है बल्कि अगले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में पूरे प्रदेश के मतदाताओं का मिजाज बताने में सहायक साबित होंगे। यह चुनाव मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की राजनीतिक साख, देवीलाल और ओमप्रकाश चौटाला की पारिवारिक विरासत तथा कांग्रेस की सत्ता में वापसी के सवालों का भी जवाब देंगे।
ओमप्रकाश चौटाला ने अपनी पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की कमान अपने बेटे अभय चौटाला के सुपुर्द कर दी तो अजय चौटाला ने नई जननायक जनता पार्टी बना ली। इसके बाद अजय चौटाला के छोटे बेटे दिग्विजय ने पार्टी बनने के बाद जींद उपचुनाव से उतरकर दादा देवीलाल की विरासत पर अपना दावा भी ठोंक दिया। इनेलो की तरफ से उमेद सिंह रेढू चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर 21 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
रामगढ़ कांग्रेस के लिए अहम
राजस्थान की रामगढ़ विधानसभा सीट पर चुनाव से पहले बसपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह के निधन के चलते यहां चुनाव को निरस्त कर दिया गया था। राज्य में बेशक कांग्रेस सरकार बनाने में कामयाब हो गई हो लेकिन उसके खाते में बहुमत से एक सीट कम रह गई थी। कांग्रेस के पास 99 सीटें हैं। ऐसे में रामगढ़ सीट कांग्रेस के लिए निर्णायक भूमिका निभा सकती है।
यहां बसपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री नटवर सिंह के बेटे जगत सिंह, कांग्रेस ने अलवर के पूर्व जिला प्रमुख शफिया जुबैर खान और भाजपा ने पूर्व प्रधान सुखवंत सिंह को उम्मीदवार बनाया है।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    