कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर लगातार हमलावर हैं। इस बार राहुल गांधी ने बेरोजगारी दूर करने के लिए मनरेगा जैसी योजना और गरीबों के लिए न्याय योजना लागू करने की बात कही है। इसके अलावा कांग्रेस नेता ने एक बार फिर मोदी सरकार पर सूट-बूट-लूट की सरकार होने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ग्राफ शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा, ''शहर में बेरोजगारी की मार से पीड़ितों के लिए मनरेगा जैसी योजना और देशभर के गरीब वर्ग के लिए न्याय (NYAY) लागू करना आवश्यक हैं। ये अर्थव्यवस्था के लिए भी बहुत फायदेमंद होगा। क्या सूट-बूट-लूट की सरकार गरीबों का दर्द समझ पाएगी?''
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पर्यावरण प्रभाव आकलन (ईआईए) के मसौदे को लेकर सोमवार को केंद्र सरकार पर फिर से निशाना साधा था और कहा था कि इसे वापस लिया जाना चाहिए। राहुल ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि ईआईए-2020 के मसौदे का मकसद ‘देश की लूट’ है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर लिखा कि EIA2020 ड्राफ्ट का मकसद साफ है- #LootOfTheNation, यह एक और खौफनाक उदाहरण है कि बीजेपी सरकार देश के संसाधन लूटने वाले चुनिंदा सूट-बूट के 'मित्रों' के लिए क्या-क्या करती आ रही है।
सरकार पर लगातार हमलावर हैं राहुल गांधी
कोरोना वायरस की वजह से देश में लगभग हर मोर्चे पर उपजे संकट के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते रहे हैं। मजदूरों के पलायन से लेकर बेरोजगारी और आर्थिक मुद्दे को लेकर वो सरकार को घेरते रहे हैं। इसके अलावा वो मनरेगा और न्याय योजना लागू करने की भी लगातार वकालत कर रहे हैं।
इससे पहले उन्होंने मोदी सरकार पर कोरोना वॉरियर्स के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने कोरोना वॉरीयर्स की सहायता करने से हाथ खींच कर हमेशा की तरह विश्वासघात किया।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "कोरोना वॉरीयर्स के लिए ताली-थाली बजाकर जनता ने मोदी जी पर विश्वास जताया, लेकिन मोदी सरकार ने कोरोना वॉरियर्स की सहायता करने से हाथ खींच कर हमेशा की तरह विश्वासघात किया। सरकार को कोरोना वॉरियर्स को सुरक्षा, सम्मान और सुविधाएं देनी ही होंगी।"