पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता निरंजन पटनायक को ओडिशा का नया कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया है। इसके साथ ही तीन नए कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए गए हैं।
कांग्रेस पार्टी संगठन में जान फूंकने के लिए लंबे समय से बदलाव करना चाहती थी। पार्टी से जमीनी तौर पर जुड़े निरंजन पटनायक जब पूर्व में अध्यक्ष थे तब तक कांग्रेस लड़ाई लड़ती थी और जिला स्तर पर उसकी मौजूदगी दिखाई देती थी। पर हरिचंदन के अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी संगठन का कामकाज पूरी तरह ठप हो गया था और इसका फायदा भाजपा को मिला। स्थानीय निकायों में कांग्रेस के बुरी तरह पिटने पर हरिचंदन ने इस्तीफा दे दिया लेकिन राहुल गांधी ने इसे स्वीकार नहीं किया। इसके बाद से प्रदेश की राजनीति में और उथल-पुथल होने लगी और कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दी।
अब निरंजन पटनायक के अध्यक्ष बनने के बाद उनके सामने बीजू जनता दल के विरोध में अभियान चलाना चुनौतीपूर्ण होगा। सबसे पहली चुनौती उनके सामने अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव होंगे। ओडिशा के प्रभारी जगदीश टाइटलर ने इसे पार्टी का बेहतर चयन बताया है। कार्यकारी अध्यक्ष चंद्रशेखर साहू का मानना है कि अगर सभी साथ आते हैं तो कांग्रेस मजबूत होगी।
इसके अलावा विधायक नाबा दास, चिरंजीव बिस्वाल और पूर्व सांसद प्रदीप मांझी को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। पूर्व सांसद जय देव जैना को चेयरमेन कोर कमेटी, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षसारत पटनायक को संयोजक, पूर्व मुख्यमंत्री हेंमेंद्र बिस्वाल को अनुशासनात्मक समिति का चेयरमेन, पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीकांत जैना को मेनोफेस्टो समिति का चेयरमेन बनाया गया है।