प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में एनडीए के चेहरे के रूप में नीतीश कुमार के नाम का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने नए भारत और नए बिहार के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पीएम मोदी ने कहा कि बिहार कई सालों तक विकास के मामले में पीछे था।
अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि कुछ वर्ष पहले जब बिहार के लिए विशेष पैकेज का ऐलान किया गया था, तो उसमें बहुत फोकस राज्य के इंफ्रास्ट्रक्चर पर था। उन्होंने कहा, "एक वक्त था जब सड़क संपर्क, इंटरनेट कनेक्टिविटी जैसे विषयों पर बिहार में चर्चा नहीं की जाती थी। अपनी भौगोलिक परिस्थ्तियों की वजह से बिहार को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। मगर नीतीश कुमार ने एक नए भारत, एक नए बिहार की दिशा में काम करके हम सबके उद्देश्य में बड़ी भूमिका निभाई।
उन्होंनेे कहा कि एक समय था जब बिहार में एलपीजी गैस कनेक्शन होना बड़े संपन्न लोगों की निशानी होता था। एक-एक गैस कनेक्शन के लिए लोगों को सिफारिशें लगवानी पड़ती थीं। जिसके घर गैस होती थी, वो माना जाता था कि बहुत बड़े घर-परिवार से है, मगर बिहार में अब ये अवधारणा बदल चुकी है।
पीएम मोदी ने कहा कि अब देश और बिहार, उस दौर से बाहर निकल रहा है जिसमें एक पीढ़ी काम शुरू होते देखती थी और दूसरी पीढ़ी उसे पूरा होते हुए। नए भारत, नए बिहार की इसी पहचान, इसी कार्यसंस्कृति को हमें और मजबूत करना है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना के तहत पूर्वी भारत को पूर्वी समुद्री तट के पारादीप और पश्चिमी समुद्री तट के कांडला से जोड़ने का भागीरथ प्रयास शुरु हुआ। लगभग 3 हजार किमी लंबी पाइपलाइन से 7 राज्यों को जोड़ा जा रहा है जिसमें बिहार का प्रमुख स्थान है।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत उन्होंने रघुवंश सिंह को नमन करते हुए की। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे कार्यक्रम के शुरुआत में मुझे एक दु:खद खबर आपके साथ साझा करना है। बिहार के दिग्गज नेता श्रीमान रघुवंश प्रसाद सिंह हमारे बीच नहीं रहे हैं। मैं उनको नमन करता हूं. रघुवंश बाबू के जाने से बिहार और देश की सियासत में शून्य पैदा हुआ है। उन्होंने कहा कि रघुवंश सिंह जिन आदर्श को लेकर चले थे, जिनके साथ चले थे, उनके साथ चलना उनके लिए संभव नहीं रहा था।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बिहार में एलपीजी पाइपलाइन परियोजना के एक खंड और दो बॉटलिंग संयंत्रों का उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं में पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर पाइपलाइन परियोजना का दुर्गापुर-बांका खंड और बांका और चंपारण जिले में दो एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र सम्मिलित हैं।