नीतीश कुमार को एनडीए के नेता के रूप में चुन लिया है। इस पर कांग्रेस के तारिक अनवर ने तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार जी बिहार में एक अच्छे एनडीए नेता के रूप में उभरे थे। लेकिन इस बार, उसकी संभावना समान नहीं है। भाजपा ने उन्हें कमजोर करने की साजिश की है। अब भले ही वह एनडीए के नेता या मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए हों, किसी और के पास उन्हें नियंत्रित करने के लिए एक रिमोट होगा।
एनडीए की बैठक के बाद रविवार को नीतीश कुमार सरकार बनाने का दावा पेश करने राजभवन गए। नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश कर लौटने के बाद यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि एनडीए विधानमंडल दल के नेता के तौर पर उन्हें चुने जाने की जानकारी उन्होंने राज्यपाल को दी। वह कल 7वीं बार मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। मुख्यमंत्री आवास एक अणे मार्ग में आज हुई एनडीए के चारों घटक दल की बैठक में नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से राजग विधानमंडल दल का नेता चुना गया ।
इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने सवाल खड़ा करते हुए कहा था कि 40 सीटें पाकर कोई मुख्यमंत्री कैसे बन सकता है? लोगों का जनादेश उनके खिलाफ है, वह नकार दिए गए हैं और उस पर फैसला करना चाहिए। राजद नेता ने कहा कि बिहार को इसका विकल्प मिलेगा, जो सहज होगा। इसमें एक सप्ताह, दस दिन या एक महीना लग सकता है लेकिन ऐसा होगा। उन्होंने नीतीश कुमार पर जनता से धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने 2017 में महागठबंधन से एनडीए में आकर लोगों के जनादेश को दबाने का प्रयास किया है। बिहार की जनता अब जाग गई है। भाजपा को भी मान लेना चाहिए कि अगर यह बदलाव के लिए जनादेश नहीं होता, तो नीतीश जी राज्य विधानसभा में लगभग 40 सीटें नहीं जीतते. नीतीश कुमार एक बेहद कमजोर बहुमत पर हैं। यह सरकार ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाएगी।