समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की ओर से दिए गए बयान पर भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा, “मुसलमानों के लिए पूरी दुनिया में भारत से अच्छा कोई देश नहीं और न हिंदुओं से बेहतर कोई दोस्त।”
No better country than India for Muslims and no better friend than Hindus: Shahnawaz Hussain,BJP on VP Ansari pic.twitter.com/uL9G6ZjEM6
— ANI (@ANI) 10 August 2017
वे राजनीतिक आश्रय तलाश रहे हैं: विजयवर्गीय
भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने भी अंसारी के बयान से असहमति जताई। विजयवर्गीय ने कहा, "मुझे लगता है कि देश के शीर्ष पद पर बैठकर इस तरह का बयान देना ठीक नहीं है। मैं उनके बयान से सहमत नहीं हूं। तीन-चार घटनाओं के आधार पर आकलन करना ठीक नहीं हैं। लगता है कि इस तरह के बयान देकर वे रिटायरमेंट के बाद राजनीतिक आश्रय तलाश रहे हैं। किसी शीर्ष पद पर बैठे व्यक्ति से इस तरह के हल्के बयान की उम्मीद नहीं की जा सकती। इस तरह के बयान देना शीर्ष पद की गरिमा को गिराना है।"
उपराष्ट्रपति के बोल
इससे पहले उपराष्ट्रपति ने राज्यसभा टीवी पर दिए अपने इंटरव्यू में कहा था कि देश के मुस्लिमों में ‘बेचैनी का एहसास’ और ‘असुरक्षा की भावना’ है। स्वीकार्यता का वातावरण खतरे में है।
राज्यसभा टीवी पर पत्रकार करण थापर को दिए गए एक इंटरव्यू में उपराष्ट्रपति ने कहा है, ‘’ये अनुमान सही है कि देश के मुस्लिम समुदाय में आज बेचैनी और असुरक्षा का भाव है। देश के अलग-अलग हिस्सों में मुझे ऐसी बातें सुनने को मिलती हैं। भारत का समाज सदियों से बहुलतावादी रहा है, लेकिन सबके लिए स्वीकार्यता का ये वातावरण अब खतरे में है। लोगों की भारतीयता पर सवाल खड़े करने की प्रवृत्ति भी बहुत चिंताजनक है।’’
मॉब लिंचिंग और गोरक्षकों के द्वारा अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं के बीच उपराष्ट्रपति ने यह टिप्पणी की है।
उन्होंने थ्ाापर के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने अपनी चिंताओं से प्रधानमंत्री को अगवत कराया है। अन्य केंद्रीय मंत्रियों के सामने भी उन्होंने इस मसले को उठाया है। उन्होंने असहनशीलता का मुद्दा भ्ाी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कैबिनेट सहयोगियों के सामने उठाया है।
भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मार डालने की घटनाओं आदि पर उन्होंने कहा कि यह भारतीय मूल्यों का बेहद कमजोर हो जाना दर्शाता है। यह सामान्य तौर पर कानून लागू करा पाने में विभिन्न स्तरों पर अधिकारियों की योग्यता का चरमरा जाना है। इससे भी ज्यादा परेशान करने वाली बात किसी नागरिक की भारतीयता पर सवाल उठाया जाना है।
गौरतलब है कि उप-राष्ट्रपति के तौर पर 80 साल के अंसारी का दूसरा कार्यकाल आज यानी गुरुवार को पूरा हो रहा है।