पार्टी ने अलग-अलग वर्ग के अपने चार वरिष्ठ नेताओं को इन यात्राओं का चेहरा बनाने जा रही है। हालांकि चारों नेता किसी भी यात्रा में पूरा वक्त साथ नहीं रहेंगे, लेकिन रथयात्राओं पर इन नेताओं की तस्वीरें लगाई जाएंगी।
सूत्रों के मुताबिक, परिवर्तन यात्राओं का खाका लगभग तैयार कर लिया गया है और जल्द ही इस बारे में औपचारिक ऐलान किया जाएगा। यात्राओं के लिए अलग अलग रथ तैयार कराए गए हैं। रथों पर पार्टी के छह बड़े नेताओं की तस्वीरें होंगी। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह के अलावा गृह मंत्री राजनाथ सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केशवप्रसाद मौर्य, कलराज मिश्र और उमा भारती शामिल हैं।
पहली रथ यात्रा 5 नवंबर को सहारनपुर से, 6 को दूसरी यात्रा झांसी से, तीसरी 8 नवंबर को सोनभद्र और चौथी यात्रा 9 नवंबर को बलिया से शुरू होगी। अलग अलग यात्रा की शुरुआत के वक्त अलग अलग नेता मौजूद रहेंगे।
सूत्रों का कहना है कि अब तक भाजपा में राय बनी है कि मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित न किया जाए। ऐसे में चुनाव प्रचार के दौरान इस पर जरूर सवाल उठेंगे। उन्हीं सवालों का जवाब देने के इरादे से ही पार्टी ने इस तरह की रणनीति बनाई है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, चारों नेता ओबीसी, ब्राहमण और ठाकुर जाति से हैं। इससे यह संदेश जाएगा कि चुनाव जीतने पर भाजपा इन चारों में से किसी एक नेता को मुख्यमंत्री बना सकती है।